बुरी तरह लड़खड़ाई पाकिस्तान की बल्लेबाजी
पर्थ टी-20 में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला किया. पाकिस्तान की बल्लेबाजी पिछले दो मैचों से बाबर आजम के इर्द गिर्द ही चल रही थी. इस मैच में सबसे पहले आउट होने वाले बल्लेबाज बाबर आजम ही रहे. सिर्फ 6 रन के स्कोर पर बाबर आजम के आउट होने के बाद तो पाकिस्तानी टीम कंगारुओं के सामने खिलौना लगने लगी. उसके 6 बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाए. गनीमत थी कि इफ्तिखार अहमद ने क्रीज पर थोड़ा वक्त बीताकर 45 रन बना दिए. वरना एक वक्त था जब लग रहा था कि इस मैच में पाकिस्तान की टीम स्कोरबोर्ड पर तीन अंक तक नहीं पहुंच पाएगी. बड़ी मुश्किल से गिरते पड़ते पाकिस्तान ने स्कोरबोर्ड पर 106 रन जोड़े. ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एरॉन फिंच और डेविड वॉर्नर जिस तरह की फॉर्म में हैं उससे पता था कि मैच ज्यादा देर नहीं चलने वाला. लेकिन पाकिस्तान के गेंदबाजों ने कोई संघर्ष दिखाया भी नहीं. पाकिस्तान के सभी गेंदबाजों की धुनाई हुई. डेविड वॉर्नर ने 35 गेंद पर 48 रन और एरॉन फिंच ने 36 गेंद पर 52 रन बनाए. पाकिस्तान के लिए सबसे किफायती गेंदबाज मोहम्मद हसनैन रहे. जिन्होंने 4 ओवर में 32 रन दिए. पाकिस्तानी गेंदबाजी के अनुशासन को इस बात से समझा जा सकता है कि उन्होंने 8 गेंद वाइड फेंकी. 106 रन के लक्ष्य को ‘डिफेंड’ करने के लिए जिस तरह की गेंदबाजी होनी चाहिए उसका चौथाई भी पाकिस्तानी गेंदबाजों में नहीं दिखा.
टेस्ट सीरीज में भी हार की आहट
टी-20 सीरीज के बाद पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है. 21 नवंबर से ब्रिसबेन में पहला टेस्ट मैच शुरू होगा. पाकिस्तान की टीम के प्रदर्शन को देखकर साफ संकेत मिल रहे हैं कि ऑस्ट्रेलिया की टीम दोनो टेस्ट मैच तीन साढ़े तीन दिन में जीत लेगी. पाकिस्तान के कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ी इस बात का डर जता चुके हैं. टेस्ट सीरीज के लिए पाकिस्तान की टीम की कमान अजहर अली को सौंपी गई है. लेकिन पाकिस्तानी खिलाड़ियों का मैदान में मनोबल जिस तरह का दिखा है उससे कोई उलटफेर होता नहीं दिखता. पाकिस्तान क्रिकेट के लिए शायद इससे बुरा वक्त नहीं आएगा. जहां घरेलू क्रिकेट से लेकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट तक सब कुछ बद से बदतर स्थिति में जा रहा है. पाकिस्तान के क्रिकेट फैंस इस बात से और हताश हैं कि ये स्थिति तब है जब इमरान खान मुल्क के प्रधानमंत्री हैं लेकिन उन्हें शायद टीम के शर्मसार होने से फर्क नहीं पड़ता.