पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच दुबई में खेला गया पहला टेस्ट मैच रोमांचक स्थिति में पहुंच कर ड्रॉ पर खत्म हुआ. ऑस्ट्रेलिया के लिए सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (141) ने बेहतरीन शतकीय पारी लगा टीम को पहले हार से बचाया फिर कप्तान टिन पेन 61 रनों की धैर्यपूर्ण पारी खेल पाकिस्तान की जीत की उम्मीद खत्म कर दी. ट्रेविस हेड (72) ने मैच बचाने में अहम योगदान दिया.
पाकिस्तान ने चौथी पारी में ऑस्ट्रेलिया के सामने 462 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था. ऑस्ट्रलिया ने पांचवें और आखिरी दिन गुरुवार को अपनी दूसरी पारी में आठ ओवरों में 362 रन बनाते हुए मैच को ड्रॉ करा दिया.
ऑस्ट्रेलिया ने दिन की शुरुआत तीन विकेट के नुकसान पर 136 रनों के साथ की थी. लग रहा था कि पाकिस्तानी गेंदबाज पांचवें दिन ऑस्ट्रेलिया के बाकी के सात विकेट ले सीरीज में 1-0 की बढ़त ले लेंगे, लेकिन पहले दिन 50 के स्कोर पर नाबाद रहने वाले ख्वाजा और उनके साथ लौटने वाले हेड ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की उम्मीद को नेस्तेनाबूद कर दिया.
इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 132 रनों की साझेदारी की. 175 गेंद खेलकर पांच चौके मारने वाले हेड 219 के कुल स्कोर पर मोहम्मद हफीज की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए. डेब्यू कर रहे मार्नस लाबुसचांजे सिर्भ 13 रनों का योगदान देकर 252 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट लिए.
यहां लगा कि ऑस्ट्रेलिया दम तोड़ देगी, लेकिन ख्वाजा को कप्तान का साथ मिला. दोनों ने मिलकर टीम का स्कोर 300 के पार पहुंचा दिया. इसी बीच यासिर शाह ने ख्वाजा को पवेलियन भेज पाकिस्तान की जीत की उम्मीदों को जिंदा किया. ख्वाजा 331 के कुल स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया के छठे विकेट के रूप में आउट हुए. उन्होंने अपनी जुझारू पारी में 302 गेंदों का सामना करते हुए 11 चौकों की मदद से शतकीय पारी खेली. इस दौरान वो यूएई में चौथी पारी में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बने. उन्होंने पाकिस्तान युनिस खान के 131 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ा.
मिशेल स्टार्क (1) भी 333 के कुल स्कोर पर आउट हो गए जिससे मैच में रोमांच आ गया लेकिन कप्तान पेन ने 34 गेंदों में नाबाद पांच रन बनाने वाले नाथन लॉयन के साथ मिलकर पाकिस्तान को जीत के मुहाने से निराश लौटने का दर्द दिया.
पेन ने अपनी नाबाद पारी में 194 गेंदें खेलीं और सिर्फ पांच चौके लगाए.