आईपीएल के रद्द होने की संभावना के चलते पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य पर सवालिया निशान गहराता जा रहा है. पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का मानना है कि धोनी को इंग्लैंड में हुए वनडे वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास लेना चाहिए था. हालांकि शोएब अख्तर ने यह भी साफ किया है कि वह नहीं जानते धोनी ने संन्यास के फैसले को क्यों लटका रखा है.''


अख्तर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 38 साल के धोनी को शानदार विदाई दी जाएगी भले ही अभी यह पता नहीं कि खेल कब शुरू हो पाएंगे. अख्तर ने कहा, ''इस खिलाड़ी ने अपनी पूरी क्षमता से क्रिकेट की सेवा की है. उन्हें पूरे सम्मान के साथ क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए. मैं नहीं जानता कि उन्होंने इसे इतना लंबा क्यों खींचा. उन्हें विश्व कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था.''


उन्होंने कहा, ''अगर मैं उसकी जगह होता तो मैं संन्यास ले चुका होता. मैं छोटे फॉर्मेट में तीन-चार साल और खेल सकता था लेकिन मैंने विश्व कप 2011 के बाद संन्यास ले लिया क्योंकि मैं खेल को शत प्रतिशत नहीं दे पा रहा था. इसलिए फैसले के लिये इंतजार क्यों करो.''


आईपीएल से हो सकती थी वर्ल्ड कप में वापसी


धोनी ने पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मैच के बाद से क्रिकेट के मैदान पर कदम नहीं रखा है. धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन के लिए तैयारी जरूर शुरू की थी, लेकिन कोरोना वायरस के चलते टूर्नामेंट होने की संभावना बेहद कम रह गई है.


अगर वह आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते तो उनकी अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 विश्व कप में खेलने की संभावना बनी रहती. अख्तर का मानना है कि धोनी अब अधर में लटके हैं लेकिन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद वह शानदार विदाई के हकदार हैं.


उन्होंने कहा, ''एक देश के तौर पर आपको उन्हें पूरे सम्मान और गरिमा के साथ विदाई देनी चाहिए. उन्होंने आपके लिये विश्व कप जीता और भारत की तरफ से शानदार प्रदर्शन किया है. वह बहुत अच्छा इंसान भी है लेकिन अभी लगता है कि वह अधर में लटका है.''


IPL 2020: पूर्व चीफ सिलेक्टर ने किया साफ, इसलिए खत्म हो चुकी हैं धोनी की वापसी की संभावना