जावेद मियांदाद बोले- सट्टेबाजी में शामिल क्रिकेटरों को फांसी पर चढ़ा देना चाहिए
पाकिस्तानी क्रिकेटरों पर कई बार स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लग चुके हैं और तमाम कोशिशों के बावजूद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) करप्शन के मामलों को खत्म नहीं कर सका है.
कराची: पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने शुक्रवार को सट्टेबाजी (मैच फिक्सिंग) में शामिल क्रिकेटरों को फांसी की सजा देने की मांग की. पाकिस्तान में पिछले कई वर्षो से खेलों में सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग (मैच के किसी क्षण की सट्टेबाजी) का काफी चलन रहा है जहां बड़ी संख्या में क्रिकेटर इस में संलिप्त पाये गये है. मियांदाद ने यू-ट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘स्पॉट फिक्सिंग में लिप्त खिलाड़ियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ स्पॉट-फिक्सिंग में शामिल खिलाड़ी को फांसी दी जानी चाहिए क्योंकि यह किसी को जान से मारने के समान है. इसलिए सजा भी उसी तर्ज पर होनी चाहिए। एक उदाहरण स्थापित किया जाना चाहिए ताकि कोई भी खिलाड़ी ऐसा कुछ करने के बारे में न सोचे.’’
मियांदाद का मानना है कि जो खिलाड़ी अपने साथी खिलाड़ी और देश से गद्दारी करे, वो इंसानियत के नाम पर भी गलत कर रहा है और उसे माफ नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है कि जो खिलाड़ी इसके दोषी होते हैं वो अपने परिवार और मां-बाप के साथ भी सही नहीं होते हैं अगर ऐसा होता तो वो ऐसे गलत काम नहीं करते. वो आध्यात्मिक तौर पर गलत करते हैं. इंसानियत के लिए भी यह सही नहीं है, और ऐसे लोगों को जिंदा रहने का अधिकार नहीं है.''
उन्होंने आगे कहा, ''खिलाड़ियों के लिए यह आसान होता है कि पहले वो इस तरह की हरकत करें, पैसा बनाएं और फिर अपने कनेक्शन का इस्तेमाल करके टीम में वापसी कर लें.'' उन्होंने खिलाड़ियों को सलाह दी कि वो अपने खेल के जरिए मैदान पर अपने प्रदर्शन से पैसा कमाएं.