ऑस्ट्रेलिया की धरती पर भारतीय क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए 71 साल बाद पहली बार 2-1 से टेस्ट सीरीज अपने नाम की. इस सीरीज में पुजारा के बाद उभरते हुए विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने शानदार कीपिंग के साथ बल्लेबाजी में भी उम्दा योगदान दिया. 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में 350 रन बनाने वाले पंत अब आईसीसी रैंकिंग के इतिहास में भारत के सबसे कामयाब विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं.


इस सीरीज में पंत को 21 पायदान का फायदा हुआ और वह बल्लेबाजों की रैंकिंग में 17वें पायदान पर पहुंच गए. पंत से पहले पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज फारुख इंजीनियर ही 17वें नंबर पर पहुंचने में कामयाब रहे हैं. बात अगर धोनी की पाए तो बल्लेबाजों की रैंकिंग में उनका बेस्ट 19वां नंबर रहा है.


सीरीज खत्म होने के बाद पंत के रैंकिंग प्वाइंट्स 673 हो गए हैं, जो कि भारत के लिए किसी भी विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए रिकॉर्ड है. वहीं धोनी के सबसे ज्यादा रैंकिंग प्वाइंट 662 रहे हैं, जबकि फारुख इंजीनियर 619 प्वाइंट्स के साथ तीसरे नंबर पर हैं. पंत ने इस सीरीज में 350 रन बनाने के अलावा 20 कैच भी लिए.


ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खत्म हुई टेस्ट सीरीज में 3 शतक के साथ 521 रन बनाने वाले पुजारा सबसे कामयाब बल्लेबाज रहे.