Navdeep Singh Story: पेरिस पैरालंपिक में भारत के नवदीप सिंह ने गोल्ड मेडल जीता. उन्होंने मेंस जैवलिन थ्रो F41 कैटेगरी में गोल्ड मेडल अपने नाम किया. इस जीत के बाद नवदीप सिंह ने खूब वाहवाही बटोरी, लेकिन इस एथलीट का सफर आसान नहीं रहा. नवदीप सिंह को अपनी स्थिति (बौनेपन) के लिए ताना मारा जाता था. लेकिन अब भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक ने जमकर तारीफ की. बहरहाल, जब नवदीप सिंह से उनके प्रदर्शन के पीछे की प्रेरणा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने दिल दहला देने वाली कहानी बयां की.
'इससे अच्छा तो तू आत्महत्या कर ले, ये क्या जीवन है तेरा...'
नवदीप सिंह ने खुलासा किया कि उनकी हालत के कारण उन्हें आत्महत्या करने के लिए कहा गया था क्योंकि लोगों को लगता था कि वह जिंदगी में कुछ कर पाने में नाकाम हैं. इस इंटरव्यू में नवदीप सिंह से पूछा गया कि आपको क्या लगता है, आपकी प्रेरणा का स्त्रोत क्या है? इसके जवाब में नवदीप सिंह ने कहा कि जब लोग बोलते थे कि तू कुछ नहीं कर सकता. इससे अच्छा तो तू आत्महत्या कर ले, ये क्या जीवन है तेरा... दरअसल, नवदीप सिंह ने शुभंकर मिश्रा के पॉडकास्ट के दौरान अपने मुश्किल सफर को याद किया.
'हर जगह पिता का साथ मिला, लेकिन मुझे अफसोस है कि...'
इसके अलावा नवदीप सिंह ने अपने पिता को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि उनके पिता हर कदम पर साथ खड़े रहे और चुनौतियों के बावजूद उन्हें जीवन में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया. नवदीप सिंह कहते हैं कि पिता ने ही शुरूआत करवाई थी, हर जगह पिता का साथ मिला, लेकिन मुझे अफसोस है कि जो अपने बेटे को इतिहास बनाते देखने से पहले ही दुनिया को अलविदा कह गए. बताते चलें कि पेरिस पैरालंपिक में नवदीप सिंह ने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया. उन्होंने फाइनल में 47.32 मीटर की दूरी के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया.
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