विकेटकीपर बैट्समैन पार्थिव पटेल ने बहुत ही कम उम्र में टीम इंडिया में जगह बना ली थी. उन्होंने करीब 17 साल की उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त 2002 में टेस्ट मैच खेला. इसके बाद वे कई मैचों में अच्छा खेले. लेकिन वे खुद को पूरी तरह से टीम में स्थापित नहीं कर सके. पार्थिव के बाद टीम में महेंद्र सिंह धोनी की एंट्री हुई और धोनी ने बतौर विकेटकीपर बैट्समैन हर फॉर्मेट में खुद को जमा दिया. लेकिन पार्थिव करियर में उतार-चढ़ाव का सामना करते रहे. टीम इंडिया के इस विकेटकीपर बैट्समैन का आज (9 मार्च) जन्मदिन है.
पार्थिव ने करियर का पहला इंटरनेशनल मैच इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त 2002 में खेला. इस मुकाबले में वे जीरो पर आउट हो गए थे. हालांकि इसके बाद कई मैचों में अच्छा खेले. लेकिन वे किसी भी फॉर्मेट में शतक नहीं जड़ सके. पार्थिव का टेस्ट मैचों में सर्वश्रेष्ठ स्कोर 71 रन रहा है. जबकि वनडे में उन्होंने 95 रनों की पारी खेली थी. धोनी की टीम इंडिया में एंट्री होने के बाद पार्थिव एक स्टेपनी की तरह रहे. उन्हें नियमित विकेटकीपर की गैर मौजदूगी में टीम में शामिल किया जाता था.
विकेटकीपर बैट्समैन पार्थिव पटेल कुल 26 टीमों के लिए मैच खेल चुके हैं. वे भारत के साथ-साथ कई घरेलू टीमों के लिए खेले हैं. वे आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस, सनराइजर्स हैदराबाद, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और डेक्कन चार्जेस के लिए खेल चुके हैं. इसके साथ-साथ पार्थिव ने इंडिया बी, इंडिया रेड और इंडिया ग्रीन के लिए भी मैच खेले हैं.
पार्थिव का जन्म गुजरात के अहमदाबाद में 9 मार्च 1985 को हुआ था. वे भारत की मुख्य टीम में शामिल होने से पहले भारत की अंडर 16 और अंडर 19 टीम में भी खेल चुके हैं. अगर उनके ओवर ऑल करियर पर नजर डालें तो उन्होंने 25 टेस्ट मैचों में 934 रन बनाए हैं. इस दौरान पार्थिव ने 6 अर्धशतक जड़े. इसके साथ-साथ वे 38 वनडे मैचों में खेले. पार्थिव ने वनडे फॉर्मेट में 4 अर्धशतकों की मदद से 736 रन बनाए हैं.
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