इंग्लैंड की वनडे और टी20 टीम के कोच बन सकते हैं पॉल कॉलिंगवुड, ब्रेंडन मैकुलम को मिली है टेस्ट टीम की जिम्मेदारी
पॉल कॉलिंगवुड इस साल की शुरुआत में वेस्टइंडीज दौरे पर इंग्लैंड टीम के अंतरिम कोच थे. क्रिस सिल्वरवुड ने एशेज में हार के बाद हेड कोच का पद छोड़ दिया था. इसके बाद कोलिंगवुड को अंतरिम प्रभार दिया गया था.
Paul Collingwood Can Become England ODI And T20 Team Coach: ब्रेंडन मैकुलम को इंग्लैंड टेस्ट टीम का हेड कोच बनाए जाने के कुछ दिनों बाद पॉल कॉलिंगवुड, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर साइमन कैटिच और महिला विश्व कप विजेता टीम के कोच मैथ्यू मॉट टी20 और वनडे कोच की लिस्ट में सबसे आगे चल रहे हैं. डेलीमेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंग्लैंड के नए क्रिकेट प्रबंध निदेशक रॉब जल्द ही इस पद के लिए अपना फैसला ले सकते हैं.
बता दें कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने लाल और सफेद गेंद वाली कोचिंग भूमिकाओं को अलग-अलग करने का फैसला किया है. रिपोर्ट में कहा गया है, "इंग्लैंड के पॉल कॉलिंगवुड एक घरेलू उम्मीदवार के रूप में सीमित ओवरों के क्रिकेट में नए सफेद गेंद वाले कोचिंग लिस्ट में सबसे आगे चल रहे हैं."
45 साल के पॉल कॉलिंगवुड इस साल की शुरुआत में टी20 और टेस्ट में वेस्टइंडीज दौरे के लिए इंग्लैंड की टीम के अंतरिम कोच थे. क्रिस सिल्वरवुड ने एशेज में इंग्लैंड की हार के बाद हेड कोच का पद छोड़ दिया था. इसके बाद कोलिंगवुड को अंतरिम प्रभार दिया गया था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोलिंगवुड को टी20 और वनडे की कोचिंग की बागडोर सौंपकर ईसीबी निरंतरता प्रदान करना चाहता है. यह देखते हुए कि इंग्लैंड का पूर्व क्रिकेटर चार साल से कोचिंग टीम का हिस्सा रहा है.
इंग्लैंड ने पिछले 17 मैचों में से सिर्फ एक जीता है. इसलिए, न्यूजीलैंड के मैकुलम को रेड-बॉल क्रिकेट में इंग्लैंड का मुख्य कोच बनाया गया है. वहीं, सफेद गेंद वाली टीमों ने उल्लेखनीय रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है और वर्तमान में दोनों ही टीमें आईसीसी टी20 और वनडे रैंकिंग में दूसरे स्थान पर है. इंग्लैंड पिछले साल संयुक्त अरब अमीरात में आईसीसी टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंच गया था, लेकिन वह न्यूजीलैंड से हारकर बाहर हो गया था.
यह भी पढ़ें-
IPL 2022: 14 साल का रिकॉर्ड टूटा, इस सीजन लगे सबसे ज्यादा छक्के; जानिए आंकड़े
IPL: साइमंड्स ने न्यूजीलैंड के खिलाड़ी के साथ मिलकर चहल के साथ की थी शर्मनाक हरकत, 2011 का है मामला