पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने रविवार को राष्ट्रीय टीम के कप्तान सरफराज अहमद पर रंगभेदी टिप्पणी के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा लगाए गए प्रतिबंध पर निराशा जाहिर की है. आईसीसी ने आज ही इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेते हुए सरफराज पर चार मैचों का प्रतिबंध लगाया है.


सरफराज पर लगे प्रतिबंध पर निराशा जाहिर करते हुए पीसीबी ने कहा, "आईसीसी द्वारा सरफराज पर लगाए गए प्रतिबंध से बोर्ड बेहद निराश है. पीसीबी के तहत सरफराज की सार्वजनिक रूप से मांगी गई माफी के बाद दोनों खिलाड़ियों और बोर्डो के बीच मामला सुलझ गया था, जिसे खिलाड़ी, बोर्ड और दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम ने स्वीकार कर लिया था."


बोर्ड ने कहा, "सरफराज से बातचीत के बाद यह फैसला हो गया है कि वह जल्द ही पाकिस्तान लौटेंगे. उनकी अनुपस्थिति में बाकी बचे दो वनडे मैचों और टी-20 सीरीज के लिए टीम की कमान शोएब मलिक को सौंपी गई है. इसके अलावा, टी-20 सीरीज के लिए सरफराज के स्थान पर टीम में मोहम्मद रिजवान को शामिल किया गया है."


क्या था मामला:
दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच तीसरे वनडे में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर मुकाबले में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 203 रन बनाए. जिसके जवाब में मेज़बान टीम ने 80 के स्कोर तक 5 विकेट गंवा दिए. लेकिन इसके बाद अफ्रीकी बल्लेबाज़ एंडिल फिलक्वायो और युवा बल्लेबाज़ वेन डर ड्यूसन क्रीज़ पर ऐसा जमे कि उन्होंने टीम को जीत दिलाकर ही दम लिया.


लेकिन जब इन दोनों बल्लेबाज़ों की साझेदारी पाकिस्तान के लिए मुसीबत बन रही थी तो सरफराज़ बौखला गए और स्टमप्स के पीछे से उन्होंने कमेंट किया जो कि स्टम्प माइक में कैद हो गया. सरफराज़ ने कहा, 'अबे काले! तेरी अम्मी आज कहां बैठी हैं? क्या पढ़वा के आया है आज?'


दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे मुकाबले में पाकिस्तान के कप्तान ने विकट के पीछे से दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज़ एंडिल फेलुकवायो के खिलाफ रेसिस्ट कमेंट किया था. जिसका वीडियो स्टम्प माइक में कैद हुआ और बाद में इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. इस मामले पर संज्ञान लेते हुए आज रविवार को आईसीसी ने सरफराज पर चार मैचों की बैन लगा दिया है.


शोएब मलिक ने कहा कि वो चाहते हैं सरफराज़ टीम के लिए खेलें. मलिक ने कहा, 'हम चाहते हैं कि वो खेले लेकिन जो घटना घटी उस पर कुछ नहीं कहा जा सकता. हम सभी जानते हैं कि क्या हुआ है. मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता. मुझे टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिली है और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयत्न करूंगा.'


हालांकि इस पूरे मामले में पहले सरफराज़ ने ट्वीट के लिए जरिए माफी मांगी थी. सरफराज ने ट्वीट कर कहा था कि 'दूसरे वनडे मैच के दौरान जो कुछ भी हुआ उसके लिए मैं दिल से इस बात की माफी मांगता हूं. मैंने मैच के दौरान फ्रस्टेशन में आकर जो कुछ भी कहा दुर्भाग्य से वह स्टंप माइक में रिकॉर्ड हो गया, अगर मेरे उन शब्दों से किसी को ठेस पहुंचा है तो उनके लिए मैं शर्मिंदा हूं. हालांकि मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था.'


हालांकि इसके बाद सरफराज़ ने खुद दक्षिण अफ्रीकी ऑल-राउंडर एंडिल फेलुकवायो से मिलकर पर्सनली भी माफी मांगी थी. लेकिन आईसीसी ने इस फैसले पर कड़ा फैसले लेते हुए सरफराज़ को सज़ा सुनाई है.