चार महीने के अंतराल के बाद जुलाई में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली सीरीज से इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी होगी. इसके बाद अगस्त में पाकिस्तान की टीम इंग्लैंड के साथ टेस्ट और वनडे सीरीज खेलेगी. एक तरफ जहां फैंस क्रिकेट की वापसी को लेकर उत्साहित हैं, वहीं पीसीबी के डॉक्टर ने कोरोना के खतरे को देखते हुए बड़ा जोखिम करार दिया है. हालांकि डॉक्टर का मानना है कि इस समय देश को संकट से निकालने के लिए इस सीरीज की जरूरत है.
पीसीबी के चिकित्सा और खेल विज्ञान के महानिदेशक डा. सोहेल सलीम ने कहा, ''महामारी के दौरान इंग्लैंड का दौरा एक बड़ा जोखिम है.'' उन्होंने आगे कहा, ''खिलाड़ियों के पास महामारी में खेलने का अनुभव नही है, लेकिन दोनों टीमों के लिए यह नया अनुभव होगा. महामारी का मतलब ही खतरा होता है, लेकि खिलाड़ियों को लोगों का मनोरंजन कराने वाला माना जाता है.''
सलीम ने कहा कि यूरोप में फुटबॉल शुरू होने से उन्हें प्रोत्साहन मिला, जहां जर्मनी में बुंदेसलीगा और इंग्लैंड में प्रीमियर लीग के मैचों को खाली स्टेडियमों में खेला जा रहा. उन्होंने कहा, ''फुटबॉल मैच के दौरान फैंस मैदान पर नहीं आ रहे हैं और क्रिकेट स्टेडियमों में भी दर्शक नहीं होंगे. घर बैठे लोगों की चिंता का स्तर बढ़ रहा है, लेकिन क्रिकेट इसे कम कर सकता है.''
रविवार को रवाना होगी पाकिस्तानी टीम
बता दें कि पाकिस्तान की टीम रविवार को इंग्लैंड रवाना होगी. इंग्लैंड में पाकिस्तान तीन टेस्ट और तीन वनडे की सीरीज खेलेगी. पीसीबी इंग्लैंड दौरे के लिए 29 खिलाड़ियों की टीम भेज रहा है ताकि कोरोना वायरस के चपेट में किसी के आने बाद उसके जगह दूसरे को टीम में शामिल किया जा सके.
सभी 29 खिलाड़ियों का यहां से लंदन रवाना होने से पहले दो बार कोविड-19 जांच होगा. टीम इंग्लैंड में बॉयो सिक्योर माहौल में अभ्यास करेगी. बोर्ड ने जानकारी दी है कि इंग्लैंड में खिलाड़ियों का हर पांच से सात दिन के बाद टेस्ट होगा.
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