विश्व कप में खराब प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने बुधवार को टीम के मुख्य कोच मिकी आर्थर और उनके सपोर्ट स्टाफ के करार को नहीं बढ़ाने का फैसला किया है. पाकिस्तान इंग्लैंड एंड वेल्स में हुए विश्व कप में ग्रुप स्तर से ही बाहर हो गया था. उसके और न्यूजीलैंड के 11 अंक थे, लेकिन बेहतर रन रेट के आधार पर न्यूजीलैंड की टीम सेमीफाइनल में प्रवेश करने में कामयाब रही.


पीसीबी ने बुधवार को घोषणा की कि उसने आर्थर समेत गेंदबाजी कोच अजहर महमूद, बल्लेबाजी कोच ग्रांस्ट फलावर और ट्रेनर ग्रांट लूडेन के अनुबंध को न बढ़ाने का फैसला लिया है.


यह निर्णय दो अगस्त को लाहौर में पीसीबी क्रिकेट समिति द्वारा आयोजित समीक्षा बैठक में की गई सिफारिशों के बाद लिया गया.


पीसीबी चेयरमैन एहसान मनी ने कहा, "पीसीबी की ओर से मैं राष्ट्रीय पुरुष टीम के साथ अपने कार्यकाल के दौरान कड़ी मेहनत करने वाले मिक्की आर्थर, ग्रांट फ्लावर, ग्रांट लूडेन और अजहर महमूद को धन्यवाद देना चाहता हूं. हम कामना करते हैं कि उन्हें भविष्य में सफलता मिले."


आर्थर को मई 2016 में पाकिस्तान का मुख्य कोच बनाया गया था. उन्होंने तीसरी बार किसी अंतर्राष्ट्रीय टीम की कमान संभाली थी.


उनके मार्गदर्शन में पाकिस्तान नंबर-1 टी-20 टीम बना और भारत को फाइनल में हराकर 2017 चैम्पियंस ट्रॉफी खिताब भी जीता.