नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा प्रस्तावित नए फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम (एफटीपी) का पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) विरोध करेगा. इस एफटीपी के मुताबिक भारत-पाकिस्तान के बीच कोई भी मैच का कार्यक्रम बीसीसीआई ने प्रस्तावित नहीं किया है. पीसीबी को इसी बात से शिकायत है और वह विवाद निवारण समिति में इस बात की शिकायत करेंगे कि भारत ने उनके साथ किए गए समझौते ज्ञापन का उल्लंघन किया है.



भारत और पाकिस्तान के बीच 2015 से 2023 के बीच सीरीज खेलने के संबंध में समझौता हुआ था. लेकिन सीमा पर विवाद के चलते भारत ने पाकिस्तान से किसी भी तरह की सीरीज खेलने से मना कर दिया था. बीसीसीआई का कहना है कि जब तक उसे भारतीय सरकार से सीरीज पर मंजूरी नहीं मिलेगी तब तक वह पीसीबी के साथ किसी तरह की सीरीज नहीं खेलेगा.

बीसीसीआई अपने इसी बयान पर कायम है. उसका कहना है कि आईसीसी टूर्नामेंट के अलावा भारत और पाकिस्तान के बीच किसी तरह के मैच नहीं खेले जाएंगे.

ईएसपीएनक्रिकइंफो ने बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी के हवाले से लिखा है, "यह ऐसी चीज है जो सिर्फ क्रिकेट से जुड़ी नहीं है. इस बात को सभी जानते हैं. जब तक आप इसके लिए सभी जरूरी पक्षों को एक साथ नहीं ले आते हो तो इस तरह के सवालों का जवाब देना मुश्किल है."

वहीं पीसीबी ने एक बयान जारी कर कहा है, "पीसीबी ने आईसीसी को बता दिया है कि उसने बीसीसीआई के खिलाफ विवाद निवारण समिति में अपना विरोध दर्ज करा दिया है. पीसीबी के मौजूदा दावे का आधार बीसीसीआई और पीसीबी के बीच हुआ वो समझौता है जिसके मुताबिक भारत दिसंबर-2019, अगस्त 2020 और नवंबर-दिसंबर 2022 में पाकिस्तान का दौरा करेगा, साथ ही पाकिस्तान नवंबर-दिसंबर 2021 में भारत का दौरा करेगा."

पीसीबी ने कहा है कि उसका इस पर फैसला समिति के फैसले पर पूरी तरह से निर्भर करता है. उसने बयान में कहा है, "ऐसी स्थिति में अगर समिति फैसला पीसीबी के हक में सुनाती है तो हर तरह के एफटीपी में सुधार करना होगा."

बीसीसीआई ने हाल ही में अपने 2019-2023 एफटीपी की घोषणा की है जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच की सीरीज को जगह नहीं दी गई है.

चौधरी से जब पूछा गया कि अगर भविष्य में ऐसी स्थिति बनती है कि दोनों देश सीरीज खेल सकें तो क्या किया जाएगा, इस पर चौधरी ने कहा कि इस स्थिति में भारत को कार्यक्रम में सीरीज को जगह देने में खुशी होगी.

उन्होंने कहा, "अगर प्रस्तावित भारत-पाकिस्तान सीरीज को मंजूरी मिलती है तो हम निश्चित तौर पर नई स्थितियों को देखते हुए नए रास्ते निकालेंगे."