नई दिल्ली: एक जमाने में टीम इंडिया के स्टार स्पिनर रहे प्रज्ञान ओझा ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. लंबे समय से इंटरनेशनल क्रिकेट में जगह बना पाने में कामयाब नहीं होने वाले ओझा ने अब फर्स्ट क्लास क्रिकेट भी नहीं खेलने का फैसला किया है. ओझा ने इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए 48 मैच खेले. हालांकि 2013 के बाद से वह भारतीय टीम में जगह नहीं बना पाए.


ओझा ने 2008 में आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद वनडे में डेब्यू किया था. अगले साल 2009 में ओझा को टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका मिला. करीब चार साल तक ओझा और अश्विन टीम इंडिया के मुख्य स्पिनर रहे. लेकिन 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला.


ओझा को रवींद्र जडेजा की वजह से टीम में अपनी जगह गंवानी पड़ी थी. ओझा ने घरेलू क्रिकेट में हैदराबाद, बंगाल और बिहार के लिए क्रिकेट खेला है. 2018 में ओझा ने बिहार के लिए अपना आखिरी रणजी मुकाबला खेला. ट्विटर के जरिए ओझा ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहना का एलान किया है.






लंबा नहीं रहा इंटरनेशनल करियर


ओझा ने 24 टेस्ट खेलते हुए 113 विकेट लिए. ओझा का टेस्ट क्रिकेट में बॉलिंग अवरेज 30.27 का रहा और उन्होंने 7 बार टेस्ट में पांच विकेट लिए. उन्होंने 18 वनडे खेलते हुए 21 विकेट लिए. ओझा ने 6 ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच खेले और उन्हों 10 विकेट मिले.


आईपीएल में ओझा का करियर करीब 8 साल लंबा रहा. उन्होंने 92 मैच खेलते हुए 89 विकेट लिए. उन्होंने अपना आखिरी आईपीएल मैच 2015 में खेला था. आईपीएल में ओझा मुंबई इंडियन्स और हैदराबाद की टीमों के लिए खेलते हुए नज़र आए.


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