अंडर 19 विश्व कप जीतने के कुछ ही दिन बाद भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने राष्ट्रीय जूनियर चयन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. प्रसाद इस पद पर 30 महीने तक रहे और अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम के विजेता बनने के एक महीने के अंदर उन्होंने यह फैसला किया.



ऐसा माना जा रहा कि प्रसाद ने व्यक्तिगत कारणों से इस पद को छोड़ा है और उन्होंने कहा कि वह हितों के टकराव से बचना चाहते हैं. प्रसाद के इस बयान ये सवाल उठने लगे हैं कि क्या वो एक बार फिर इंडियन प्रीमियर लीग में वापसी करेंगे. खबरों की मानें तो आईपीएल की दो फ्रेंचाइजी उन्हें टीम का बॉलिंग कोच बनाना चाहती है जिसमें किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स शामिल है.

बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अभी यह स्पष्ट नहीं है लेकिन संभावना है कि वह किसी आईपीएल फ्रेंचाइज़ी से जुड़ रहे हैं. इसलिए वह हितों के टकराव के मुद्दे से बचना चाहते हैं.’’

जब बोर्ड के कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना से प्रसाद के इस्तीफे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने अपना मन बना लिया है. उनमें प्रतिभा की पहचान करने की शानदार काबिलियत है. विश्व चैंपियन बनने वाली जूनियर टीम के चयन में उनका योगदान सराहनीय रहा है.’’

दिलचस्प बात यह है कि प्रसाद ने छह राष्ट्रीय चयनकर्ताओं (तीन सीनियर और तीन जूनियर) में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेले है. प्रसाद ने 33 टेस्ट और 161 वनडे खेले हैं जो बाकी चयनकर्ताओं के कुल मैचों से भी अधिक है.

प्रसाद पहले सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ बॉलिंग कोच के रूप में जुड़े थे. 2009-10 में वो चेन्नई सुपर किंग्स के साथ थे जबकि 2011-13 तक एक बार फिर आरसीबी लौटे थे.