नई दिल्ली/कोलकाता: ईशान किशन की विस्फोटक पारी की बदौलत मुंबई इंडियंस की टीम आईपीएल सीज़न 11 में पहली बार टॉप-4 में पहुंच गई है. मुंबई की टीम ने बीती रात पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवरों में विशाल 210 रन बनाए.


मुंबई के लिए मैच के सबसे बड़े हीरो रहे इशान किशन, जिन्होंने महज़ 21 गेंदों में 62 रनों की तूफानी पारी खेल अपनी टीम की जीत सुनिश्चित कर दी. 210 रनों के जवाब में केकेआर की टीम 18.1 ओवर में 108 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई और उसे 102 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी.


लेकिन इस मुकाबले में अंपायरों के द्वारा एक हैरान करने वाला फैसला दिया गया. जिसपर क्रिकेट के हर फैन को शक होगा. जी हां, मुंबई की पारी के 16वें ओवर में जब रोहित शर्मा स्ट्राइक पर मौजूद थे. तब ही टॉम करन ने एक गेंद फेंकी जिसे फील्ड अंपायर अनंथपदमनाभन ने तुरंत नो-बॉल करार दे दिया.


लेकिन असली विवाद शुरू हुआ जब रीप्ले में मैदान पर लगी बड़ी स्क्रीन पर दिखाया गया कि कुरन का पैर पूरी तरह से अपनी सीमा में था. इसके बाद खुद कप्तान दिनेश कार्तिक और केकेआर के खिलाड़ियों ने आकर अंपायर से बात की. लेकिन रूलबुक के मुताबिक अंपायर अपना फैसला नहीं बदल सकते.


हालांकि केकेआर की टीम को इस फैसले से बहुत बड़ा नुकसान नहीं हुआ. लेकिन इस तरह की चूक एक अव्वल दर्जे के क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए बेहद घातक साबित हो सकती है.


अंपायर के इस फैसले की अगली गेंद पर मुंबई इंडियंस टीम को एक फ्री हिट भी मिली. फ्री हिट दी गई गेंद पर हार्दिक पांड्या ने एक रन बटोर लिया.