कैंडी: श्रीलंका के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में लगातार गेंदबाजी से टीम इंडिया के स्पिनर रविंद्र जडेजा और आर अश्विन को आराम नहीं मिल पा रहा है. इस बात पर गौर करते हुए राष्ट्रीय चयनकर्ता सीमित ओवरों की सीरीज में इन दोनों खिलाड़ियों को आराम दे सकता है.


माना जा रहा है कि तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को भी वनडे सीरीज़ में आराम दिया जाएगा क्योंकि उनके कार्यभार पर निगरानी रखी जा रही है.


चयनसमिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नजर रखने के लिये कैंडी में हैं, जबकि उनके साथी देवांग गांधी ‘भारत ए’ टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका में हैं. यह दोनों और समिति के तीसरे सदस्य शरणदीप सिंह 13 अगस्त को वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये बैठक में हिस्सा लेंगे.


जडेजा और अश्विन ने अभी तक उम्मीद के मुताबिक 108.2 और 108.3 ओवर किए हैं और 13 और 11 विकेट लिए हैं. जडेजा को जहां तीसरे टेस्ट मैच से निलंबित किया गया है वहीं अश्विन आक्रमण की अगुवाई करेंगे और इस तरह से सीरीज में 150 से अधिक ओवर उनके नाम पर जुड़ सकते हैं.


युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल और कृणाल पंड्या जैसे स्पिनरों को टीम में लिया जा सकता है, जबकि सीमित ओवरों के मुकाबलों में अपने खास यॉर्कर के लिए जाने जाने वाले जसप्रीत बुमराह का चयन तय है.


भारतीय टीम का इस सत्र में काफी व्यस्त कार्यक्रम है और उसे लगातार सीमित ओवरों के मैच खेलने हैं. श्रीलंका के बाद उसे ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से भिड़ना है. इसके बाद श्रीलंका की टीम भारत दौरे पर आएगी. नए साल में टीम दक्षिण अफ्रीका जाएगी और फिर श्रीलंका में इंडिपेंडेस कप में हिस्सा लेगी. इसके बाद आईपीएल 2018 शुरू हो जाएगा.


खिलाड़ियों की व्यवस्तता को देखते हुए अपकमिंग वनडे और टी-20 की सीरीज महत्वपूर्ण होंगी. कप्तान विराट कोहली भी अहम मसला हैं, क्योंकि वह कंधे की चोट से उबरकर आईपीएल में खेलने के बाद से वह लगातार खेल रहे हैं. ऐसे में चयनकर्ताओं की नजर उन पर भी रहेगी.


पिछले साल वेस्टइंडीज दौरे में तत्कालीन कोच अनिल कुंबले ने टेस्ट मैच शुरू होने से दो दिन पहले वैकल्पिक अभ्यास सत्र और एक दिन पहले पूर्ण अभ्यास सत्र की योजना बनायी थी. रवि शास्त्री भी मानव प्रबंधन के इस फार्मूले को अपनाना चाहते हैं लेकिन उनका तरीका अलग है.


अब टीम टेस्ट मैच शुरू होने से दो दिन पहले पूर्ण अभ्यास सत्र में हिस्सा लेना होता है तथा मैच से एक दिन पहले सभी गेंदबाजों के लिये वैकल्पिक सत्र होता है और उन बल्लेबाजों को अभ्यास करना होता है जिनकी अंतिम 12 में जगह तय है.