Mahesh Pithiya: जूनागढ़ के एक किसान का बेटा किस तरह बना ऑस्ट्रेलियाई टीम का मददगार, ऐसी है पूरी कहानी
IND vs AUS: 21 वर्षीय महेश पिथिया ने हाल ही में रणजी डेब्यू किया है. वह आर अश्विन की तरह गेंदबाजी करते हैं. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें अपने ट्रेनिंग कैंप में बतौर नेट बॉलर शामिल किया है.
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IND vs AUS Test Series: पिछले 18 सालों में ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है. ऐसे में इस बार वह भारतीय मैदानों को फतह करने के लिए जमकर तैयारी कर रही है. भारत आने से पहले जहां ऑस्ट्रेलियाई टीम ने नॉर्थ सिडनी में भारत में पाई जाने वाली विकेट जैसी पिच तैयार कर उस पर जमकर प्रैक्टिस की थी, वहीं अब यह टीम बेंगलुरु में ट्रेनिंग कैंप लगाकर भारतीय स्पिनरों से निपटने के लिए तैयारी कर रही है. इसी क्रम में ऑस्ट्रेलिया की टीम जूनागढ़ के एक स्पिनर की मदद भी ले रही है जो ठीक आर अश्विन की तरह गेंदबाजी करते हैं.
महेश पिथिया अभी महज 21 वर्ष के हैं. पिछले दिसंबर ही उन्होंने बड़ौदा के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया है. अश्विन की तरह गेंदबाजी एक्शन के चलते उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम की ओर से बुलावा आया है और पिछले तीन दिन से यह खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को जमकर नेट प्रैक्टिस करा रहा है. महेश उसी होटल में ठहरे हैं जहां ऑस्ट्रेलिया की पूरी स्क्वाड रूकी हुई है और सफर भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ ही कर रहे हैं.
10 साल पहले देखा था पहला क्रिकेट मैच
महेश पिथिया के ऑस्ट्रेलियाई टीम से जुड़ने की कहानी रोचक है. इसे थोड़ा पीछे जाकर शुरू करते हैं. महेश ने अपनी जिंदगी में पहली बार साल 2013 में पहली बार क्रिकेट मैच देखा था. तब उनकी उम्र महज 10 वर्ष थी. नागिचाना में एक पान की दुकान पर उन्होंने यह मुकाबला देखा था, जहां तक पहुंचने में उनके गांव से करीब एक घंटा लगता है. इसी मैच में उन्होंने आर अश्विन को भी गेंदबाजी करते देखा था. जब वह अपने गांव में टेनिस बॉल क्रिकेट खेलते थे तो अश्विन के अंदाज में ही गेंद फेंकते थे.
बड़ौदा के थ्रो-डाउन स्पेशलिस्ट ने ऑस्ट्रेलियाई बॉलिंग कोच को भेजा था वीडियो
महेश धीरे-धीरे एक बेहतर ऑफ स्पिनर होते गए और अलग-अलग एज ग्रुप में खेलते हुए आखिरी में उन्हें हाल ही में फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने का मौका भी मिल गया. यहां बड़ौदा के थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट प्रीतेश जोशी ने उनकी गेंदबाजी एक्शन का वीडियो ऑस्ट्रेलिया के असिस्टेंट बॉलिंग कोच को फॉरवर्ड किया था. ऐसा इसलिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया को भारत में टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए नेट प्रैक्टिस पर कुछ स्पिनर्स की जरूरत थी. बस फिर क्या था, महेश का एक्शन देख ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजी कोच ने फौरन उन्हें अपने नेट बॉलर बनाने का फैसला कर लिया.
तीन दिन पहले तक थे अनजान, अब हो गए फैमस
महेश के पिता जूनागढ़ में ही रहते हैं और खेती करते हैं. तीन दिन पहले तक महेश के बारे में किसी ने नहीं सुना था. उन्होंने अब तक केवल चार रणजी मैच ही खेले हैं. यहां उनके हिस्से 8 विकेट आए हैं और उन्होंने 116 रन भी बनाए हैं. हालांकि अब वह पूरे भारत भर में आर अश्विन के डुप्लीकेट के नाम से पहचान बना चुके हैं. महेश फिलहाल ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को जमकर नेट प्रैक्टिस करा रहे हैं. एक न्यूज पेपर के साथ बातचीत में उन्होंने कहा है कि पिछले दो दिनों में उन्होंने सबसे ज्यादा गेंदे स्टीव स्मिथ को डाली हैं. उन्होंने यह भी कहा है कि उन्होंने कुछ मौकों पर स्मिथ को डिसमिस भी किया है.
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