R Sridhar On Ravi Ashwin: आर. श्रीधर टीम इंडिया के फील्डिंग कोच रह चुके हैं. दरअसल, जब आर. श्रीधर भारतीय टीम के फील्डिंग कोच थे, उस वक्त टीम की फील्डिंग सबसे मानी जाती थी. आर. श्रीधर साल 2014 में भारतीय टीम के फील्डिंग कोच बने थे. इसके बाद उन्होंने डंकन प्लेचर, अनिल कुंबले और रवि शास्त्री जैसे हेड कोचों के साथ काम किया. हालांकि, आर. श्रीधर ने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके अलावा वह भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के अस्सिटेंट कोच के तौर पर काम कर चुके हैं. आर. श्रीधर आईपीएल टीम पंजाब किंग्स के अलावा कई डोमेस्टिक टीमों के साथ जुड़े रहे हैं.
'मैं आपकी बातों को क्यों मांनू?'
बहरहाल, अब आर. श्रीधर ने टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर रवि अश्विन के साथ काम करने पर अपना अनुभव साझा किया है. दरअसल, टीम इंडिया के पूर्व फील्डिंग कोच ने अपनी ऑटोबायोग्राफी लिखी है. इस ऑटोबायोग्राफी का नाम 'कोचिंग बियोंड' है. इस किताब में उन्होंने भारतीय टीम के साथ काम करने के दौरान के अपने अनुभव को साझा किया है. साथ ही उन्होंने रवि अश्विन से जुड़ा किस्सा साझा किया है. उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि एक बार रवि अश्विन ने मेरे से कहा कि श्रीधर सर... अगर आप बुरा नहीं मानें तो मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आपकी बातों को क्यों मांनू? आपके फील्डिंग करने के तरीके को क्यों मांनू? आप अगर कुछ कह रहे हैं तो इस बात को क्यों मानूं...
'अगर आपकी बातों से मेरी गेम अच्छी होगी...'
रवि अश्विन ने आर. श्रीधर से कहा कि साल 2011 से 2014 तक ट्रेवर पेनी टीम के फील्डिंग कोच रहे, लेकिन अब आप टीम के फील्डिंग कोच हैं, आप इस पद पर 2-3 साल रहेंगे... आप कुछ कहेंगे, लेकिन फिर आगामी दिनों में चले जाएंगे. आपके बाद कोई दूसरा फील्डिंग कोच आपकी जगह लेगा. रवि अश्विन ने कहा कि अगर आपकी बातों से मेरी गेम अच्छी होगी, तो मुझे ऐसा करने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन अगर मेरी गेम अच्छी नहीं होगी, तो फिर आपकी बात सुनने की क्या मतलब है? वहीं, आर. श्रीधर ने कहा कि रवि अश्विन की बातों ने मुझे बेहतर बनने में मदद की. इस बात का मेरे पर काफी असर हुआ.
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