IND vs WI: मैच से पहले राहुल द्रविड़ का हुआ खास सम्मान, दिग्गजों के लिस्ट में हुए शामिल
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ को गुरुवार को आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में औपचारिक रूप से शामिल कर लिया गया।
भारत और विंडीज के बीच खेले गए पांचवें और अंतिम मैच के शुरू होने से पहले भारतीय क्रिकेट को नए स्तर पर ले जाने वाले दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ को आईसीसी हॉल फेम से सम्मानित किया गया.
द्रविड़ आईसीसी हाल आफ फेम में जगह बनाने वाले भारत के सिर्फ पांचवें क्रिकेटर हैं. इस बात का एलान जुलाई महीने में ही कर दिया गया था लेकिन औपचारिक रूप से उन्हें आज शामिल किया गया. भारत के पूर्व कप्तान और सर्वाकालिन महान बल्लेबाजों में से एक सुनील गावस्कर ने उन्हें कैप सौंपी.
Rahul Dravid becomes the 5th Indian to be inducted in the @ICC Hall of Fame. Congratulations to the legend on joining a list of all-time greats across generations. pic.twitter.com/RAyQ8KrtWR
— BCCI (@BCCI) November 1, 2018
द्रविड़ को ऑस्ट्रेलिया के विश्व विजेता कप्तान रिकी पोंटिंग और इंग्लैंड की महिला क्रिकेट खिलाड़ी क्लेअर टेलर के साथ इसी साल जुलाई में आईसीसी की वार्षिक बैठक में हॉल ऑफ फेम में शामिल करने की घोषणा की गई थी. उस समय द्रविड़ इंडिया-ए के साथ कोच के रूप में दौरे पर थे. इसलिए वह इसमें शामिल करने से जुड़े समारोह में हिस्सा नहीं ले पाए थे.
द्रविड़ से पहले भारतीय क्रिकेटरों में बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, गावस्कर और अनिल कुंबले को इस एलीट सूची में जगह मिल चुकी है.
द्रविड़ ने 164 टेस्ट में 36 शतक की मदद से 13288 रन जबकि 344 वनडे में 12 शतक की मदद से 10889 रन बनाए. उन्हें 2004 में आईसीसी का साल का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर और साल का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट क्रिकेटर भी चुना गया था.
एकमात्र टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले द्रविड़ बेहतरीन स्लिप फील्डर भी थे. उन्होंने 2012 में खत्म हुए अपने टेस्ट करियर के दौरान विश्व रिकॉर्ड 210 कैच लपके.
हॉल आफ फेम में शामिल किए जाने के बाद द्रविड़ ने कहा, "अपने घरेलू प्रशंसकों के सामने आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होकर मैं काफी खुश और सम्मानजनक महसूस कर रहा हूं. यह अवॉर्ड मुझे संतुष्टि देता है कि मैंने भारतीय क्रिकेट की सफलता में योगदान दिया है."
उन्होंने कहा, "मैं अपने सभी साथियों का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मेरे खेलने के दिनों में मेरी मदद की. साथ ही मैं अपने कोच और अधिकारियों का भी शुक्रिया अदा करता हूं. मैंने इन सभी के साथ हर एक पल का लुत्फ उठाया है. साथ में मिलकर हमने न सिर्फ बड़े लक्ष्य तय किए बल्कि अधिकतर लक्ष्यों को हासिल भी किया."
उन्होंने कहा, ‘‘आईसीसी द्वारा क्रिकेट हॉल आफ फेम में शामिल किया जाना बड़े सम्मान की बात है. सभी पीढ़ियों के महान खिलाड़ियों के बीच अपना नाम देखना ऐसी चीज है जिसका क्रिकेट करियर के दौरान सपना ही देखा जा सकता है.’’