नई दिल्ली: एमएस धोनी जब भारतीय टीम के कप्तान थे तो वो बेहद शांत स्वभाव के थे. मैदान पर धोनी को शायद ही गुस्सा करते देखा गया हो. लेकिन टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान विराट कोहली का व्यवहार और पर्सनेलिटी इससे बिल्कुल अलग है.


विराट मैदान पर बेहद आक्रामक रूप में नज़र आते हैं और विरोधियों को अपने इसी रवैये से दबाव में रखना चाहते हैं. लेकिन भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान अंडर-19 और इंडिया ए टीम के कोच राहुल द्रविड़ इस बात से थोड़ा अलग सोचते हैं.


हाल ही में बेंगलोर में लिटरेचर फैस्टिवल के दौरान राहुल द्रविड़ ने कहा कि 'युवा खिलाड़ियों को अपने स्वभाव के मुताबिक ही रहना चाहिए.'


इसके अलावा द्रविड़ को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला से पहले कोहली का अपमानजनक बयान भी बिल्कुल पसंद नहीं आया. द्रवि्ड़ ने कहा, 'एक बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला से पहले कोहली ने अपमानजनक बयान दिया था, जो मुझे पसंद नहीं आया.' 







द्रविड़ ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला से पहले विराट कोहली ने काफी आक्रामक बयान दिया था. जब उन्होंने इस चीज को अखबार में पढ़ा तो उन्हें बहुत बुरा लगा.


राहुल द्रविड़ ने ये भी कहा कि 'जब वो खेलते थे तो विराट कोहली की तरह व्यवहार करना उनके लिए सही नहीं था.'


हालांकि इसके अलावा द्रविड़ ने कहा कि विराट मैदान पर अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी चुनौती देना चाहते हैं और आप इसके लिए उसे दोषी नहीं ठहरा सकते क्योंकि इस वजह से वो अपना बेस्ट दे पाते हैं.


द्रविड़ ने कहा कि 'सभी लोगों का रवैया बिल्कुल ऐसा नहीं हो सकता क्योंकि सबका व्यवहार अलग होता है. हालांकि इस चीज़ को लेकर द्रविड़ ने अपनी चिंता ज़ाहिर करते हुए कहा कि 'मुझे जिस बात की चिंता हो रही है वो ये कि बहुत सारे युवा विराट कोहली बनना चाह रहे हैं, बिना ये जाने की उनकी क्षमता क्या है.'