राहुल द्रविड़ ने धोनी के अनुरोध पर खेला था अपने करियर का एकमात्र टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच, जानें दिलचस्प किस्सा
Rahul Dravid News: पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) भारतीय क्रिकेट टीम के नए कोच नियुक्त किए गए हैं. वह आगामी न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज से पदभार संभालेंगे.
Team India: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने बुधवार को ऐलान किया कि पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) टीम इंडिया के नए हेड कोच होंगे. द्रविड़ 17 नवंबर से न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज से पदभार संभालेंगे. राहुल द्रविड़ को भारत में 2023 में होने वाले वनडे विश्व कप तक इस पद पर नियुक्त किया है. क्या आप जानते हैं कि राहुल द्रविड़ ने अपने करियर में केवल एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला है? वह मैच भी द्रविड़ खेलना नहीं चाहते थे, लेकिन तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और टीम मैनेजमेंट के अनुरोध पर उन्होंने वह मैच खेला. आपको द्रविड़ के उस दिलचस्प किस्से के बारे में बता रहे हैं.
जानिए द्रविड़ का दिलचस्प किस्सा
साल 2011 में मैनचेस्टर में भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का एकमात्र टी20 मैच खेला जाना था. भारतीय टीम इससे पहले सीरीज के सभी 4 टेस्ट मैच हार चुकी थी और बल्लेबाजों को इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों को खेलने में बहुत मुश्किल हो रही थी. टी20 मैच से पहले कप्तान एमएस धोनी और टीम प्रबंधन ने राहुल द्रविड़ से उस मैच में खेलने का अनुरोध किया. टीम की खातिर द्रविड़ मैच खेलने को तैयार हो गए. दरअसल धोनी उस मैच में सात बल्लेबाजों के साथ मैदान पर उतरना चाहते थे. राहुल द्रविड़ ने उस मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए ने 21 गेंदों में 31 रन की शानदार पारी खेली, लेकिन टीम उस मैच में हार गई.
द्रविड़, सचिन और गांगुली ने टी20 में न खेलने का लिया था फैसला
इस कहानी की प्रस्तावना 2007 से शुरू हुई. वनडे विश्वकप में भारतीय टीम वेस्टइंडीज से हारकर टूर्नामेंट में बाहर हो गई थी और क्रिकेटर स्कॉटलैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच की तैयारी कर रहे थे. इंग्लैंड के खिलाफ सात मैचों की सीरीज खेली जानी थी. टीम के तीन सबसे वरिष्ठ क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ विश्व कप से बाहर होने के बाद आगे की योजना बना रहे थे. उनका दृढ़ विश्वास था कि उनमें क्रिकेट के कुछ अच्छे वर्ष बचे हैं और वे भारत के लिए विश्व कप जीतने के सपने को पूरा कर सकते हैं.
इसी दौरान तीनों भारतीय दिग्गजों के बीच एक आम सहमति बनी कि वे खेल के सबसे छोटे प्रारूप टी20 में नहीं खेलेंगे और इसे युवाओं के लिए छोड़ देंगे. जबकि टेस्ट और एकदिवसीय मैचों में खेलना जारी रखेंगे. वे उस आम सहमति पर पहुंचे क्योंकि उन्हें लगा कि टी20 एक ऐसा प्रारूप है, जो युवाओं के अनुकूल है. सचिन ने इससे पहले 2006 में जोहान्सबर्ग में भारत के लिए एक टी20 मैच खेला था.
आईपीएल में तीनों खिलाड़ियों ने लिया था हिस्सा
हालांकि बाद में आईपीएल में ये तीनों दिग्गज अलग-अलग फ्रेंचाइजी के लिए खेले. चूंकि तीनों ने टी 20 प्रारूप से बाहर रहने का फैसला किया, इसलिए दिग्गज टीम इंडिया के लिए खेल के सबसे छोटे प्रारूप में फिर कभी नहीं आए. हालांकि द्रविड़ ने 2011 में भारत के लिए संन्यास से पहले एकमात्र टी20 मैच खेला.
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