नई दिल्ली/जयपुर: जोस 'बोस' बटलर की आतिशी पारी के दम पर राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को आखिरी ओवर में हराकर अपनी उम्मीदों को ज़िंदा रखा है. जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने चार विकेट से जीत दर्ज की.


चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सुरेश रैना (52) के अर्धशतक के बूते 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 176 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था. राजस्थान ने एक गेंद बाकी रहते इस लक्ष्य को हासिल कर लिया.


इस जीत के साथ ही राजस्थान टीम ने लीग में अंतिम-4 में पहुंचने की संभावानाओं को बरकरार रखा. प्लेऑफ में जाने के लिए उसे अपने बाकी के सभी मैच जीतने होंगे.


लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान को अच्छी शुरुआत की जरूरत थी जो बटलर ने उसे दी. बटलर शुरू से ही आक्रामक खेल खेल रहे थे. उन्होंने पहले ओवर की पहली तीन गेंदों पर डेविड विले पर लगातार तीन चौके मारे. हरभजन सिंह द्वारा फेंके गए दूसरे ओवर में भी उन्होंने दो चौके और एक शानदार छक्का जड़ा.


बटलर तेजी से रन बना रहे थे तो दूसरे छोर पर खड़े बेन स्टोक्स (11)उनका साथ देने की कोशिश में थे. चौथे ओवर की चौथी और पांचवीं गेंद पर उन्होंने पहले चौका, फिर छक्का जड़ा लेकिन आखिरी गेंद पर वह बीट हो गए और हरभजन ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं.


कप्तान अजिंक्य रहाणे एक चौका मार अगली गेंद पर रवींद्र जडेजा का शिकार बने. इसके बाद बटलर और संजू सैमसन (21) ने राजस्थान को संभाला. दोनों चेन्नई के लिए मुसीबत बन गए थे और तेजी से रन बना रहे थे. 12वें ओवर की दूसरी गेंद पर दोनों के बीच रन लेने को लेकर गलतफहमी हुई और नुकसान सैमसन को अपना विकेट गंवा कर भुगतना पड़ा. वह 99 के कुल स्कोर पर आउट हुए. यहां से चेन्नई मैच में वापसी आती दिख रही थी. 10 रन बाद शार्दूल ठाकुर ने प्रशांत चोपड़ा (8) को ड्वायन ब्रावो के हाथों कैच करा पवेलियन भेज दिया.


स्टुअर्ट बिन्नी ने 17 गेंदों में एक चौका और एक छक्के की मदद से 22 रनों की पारी खेली लेकिन ब्रावो की गेंद को सीमा रेखा के पार भेजने के प्रयास में वह शेन वाटसन द्वारा लपके गए.


राजस्थान फिर सकंट में थी लेकिन कृष्णाप्पा गौतम ने चार गेंदों में दो छक्कों के साथ 13 रन बनाकर उसे जीत के करीब पहुंचा दिया. आखिरी ओवर में राजस्थान को 12 रनों की दरकार थी और बटलर क्रिज पर मौजूद थे. बटलर ने जरूरी रनों को पांच गेंदों में हासिल कर राजस्थान को अहम जीत दिलाई.


इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई की शुरुआत जैसी थी उसे देखकर लग रहा था कि वह 190 के आसपास आराम से जाएगी लेकिन राजस्थान ने उसे यहां तक नहीं पहुंचने दिया.


अंबाती रायुडू का बल्ला इस मैच में नहीं चला. वह सिर्फ 12 रन बनाकर जोफ्रा आर्चर की गेंद पर बोल्ड हो गए. यहां से रैना और वाटसन ने विकेट पर पैर जमाते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 89 रनों की साझेदारी की.


रैना आक्रामक अंदाज में खेल रहे थे तो वहीं वाटसन थोड़ा धीमा खेल खेल रहे थे और रैना को लगातार स्ट्राइक दे रहे थे. वाटसन की पारी का अंत भी आर्चर ने किया. वाटसन 105 के कुल स्कोर पर विकेट के पीछ बटलर के हाथों लपके गए.


रैना ने अर्धशतक पूरा किया, लेकिन इसके बाद वह अपनी पारी को और आगे नहीं ले जा पाए. कुछ देर बाद ही ईश सोढ़ी की गेंद पर स्वीप शॉट लगाने के प्रयास में शॉर्ट फाइन लेग पर बिन्नी द्वारा लपके गए. रैना ने अपनी पारी में 35 गेंदों का सामना किया और छह चौके एक छक्का लगाया. रैना का विकेट 119 के कुल स्कोर पर गिरा.


इसके बाद धौनी और सैम बिलिंग्स ने चौथे विकेट के लिए 55 रनों की साझेदारी की और टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर प्रदान किया. धौनी 33 रनों पर नाबाद लौटे जिसके लिए उन्होंने 23 गेंदों का सामना किया और एक चौके के अलावा एक छक्का लगाया.


बिलिंग्स ने 22 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 27 रनों की पारी खेली. वह आखिरी ओवर की चौथी गेंद पर रन आउट हुए.


राजस्थान के लिए आर्चर ने दो विकेट लिए. सोढ़ी को एक सफलता मिली.