घरेलू क्रिकेट के दिग्गज ऑलराउंडर रजत भाटिया ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. 40 साल के रजत भाटिया अब बायोमैकेनिक्स में अपना करियर बनाएंगे. रजत भाटिया ने उत्तराखंड के लिए 2018-19 में आखिरी बार रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लिया था. 2019-20 के रणजी सीजन में रजत भाटिया को टीम में जगह नहीं दी गई है. 2017 के बाद से रजत भाटिया ने आईपीएल भी नहीं खेला है.
रजत भाटिया ने क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला खुद के लिए आसाना बताया. भाटिया ने कहा, मैं बायोमैकेनिक्स में करियर बनाना चाहता हूं. जब उत्तराखंड की टीम में जगह नहीं मिली तो मैं तय किया यह मेरे लिए आगे बढ़ने का अच्छा मौका है. मैंने अमेरिका बायोमैकेनिक्स का कोर्स किया और मेरी पेन मैनेजमेंट में ट्रेनिंग हुई है.
भाटिया ने अपने क्रिकेट करियर में 112 फर्स्ट क्लास मुकाबले खेलते हुए 49.10 के औसत से 6482 रन बनाए. इसके अलावा 28 के आौसत से भाटिया 137 विकेट लेने में भी कामयाब रहे. भाटिया का लिस्ट ए करियर भी अच्छा रहा और उन्होंने 41 के औसत से 3038 रन बनाए. लिस्ट ए करियर में भाटिया ने 93 विकेट लिए.
रजत भाटिया दो बार आईपीएल का खिताब नाम करने वाली टीम का हिस्सा बने. रजत भाटिया 2008 में राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा थे और 2012 में कोलकाता नाइटराइडर्स का. ये दोनों टीमें उस साल का आईपीएल का खिताब अपने नाम करने में कामयाब रही थी.
आईपीएल में बतौर बल्लेबाज रजत भाटिया ज्यादा कामयाब नहीं रहे. रजत भाटिया ने 93 मैचों में 11 के औसत से सिर्फ 342 रन बनाए. हालांकि अपनी गेंदबाजी की वजह से वह टीम में बने रहे और उन्होंने 95 मैचों में 71 विकेट लिए.
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