आज पूरे देश में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जा रहा है. भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी भी इसे हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं. रक्षा बंधन हर भाई-बहन के लिए बहुत खास त्योहार होता है. ऐसे में आज हम आपको उन 5 भारतीय स्टार क्रिकेटर के बारे में बताएंगे, जिन्हें कामयाबी उनकी बहन के बिना नहीं मिल सकती थी. आप यह भी कह सकते हैं कि अगर उनकी बहनें नहीं होती तो हम उन्हें क्रिकेटर के रूप में भारत के लिए खेलते हुए भी नहीं देख पाते.
सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के करियर के पीछे उनकी बहन सविता का अहम योगदान रहा है. सचिन ने अपने करियर का श्रेय कई बार अपनी बहन को दिया है. सचिन ने अपने आखिरी टेस्ट मैच के दौरान दी गई स्पीच में भी इस बात का खुलासा किया था कि उन्हें सबसे पहला कश्मीरी विलो बैट उनकी बहन ने ही दिया था. वहीं उन्होंने यह भी बताया था कि सचिन के हर मैच के दिन वह उपवास भी रखती थीं.
महेंद्र सिंह धोनी
भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी की सफलता के पीछे भी उनकी बहन जयंती का बड़ा योगदान रहा है. एक ओर धोनी के पिता उन्हें क्रिकेटर नहीं बनने देना चाहते थे तो वहीं उनकी बहन ने हर मोड़ पर उनका पूरा साथ दिया और उनके क्रिकेटर बनने का सपना पूरा किया. बहन के समर्थन के कारण ही धोनी भारतीय टीम के कैप्टन कूल बन सकें.
विराट कोहली
भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के करियर के पीछे भी उनकी बहन का योगदान महत्वपूर्ण रहा है. विराट जब 18 साल के थे तब उनके पिता का निधन हो गया था. उसके बाद से उनकी बहन ने विराट का हर तरह से सपोर्ट किया. विराट इसके बारे में पहले भी कई बार बता चुके हैं कि मां और बहन के साथ के कारण वह क्रिकेटर बनने का सपना पूरा कर सकें.
हरभजन सिंह
भारत के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह के करियर में अगर उनकी पांच बहनें नहीं होती तो शायद वह क्रिकेट के मैदान पर कभी नजर नहीं आते. दरअसल, 1998 में टीम इंडिया के लिए भज्जी ने डेब्यू किया था. इसके बाद कुछ समय के बाद वह ड्रॉप हो गए थे. वहीं साल 2000 में पिता के निधन के बाद वह ट्रक ड्राइवर बनने के लिए कनाडा जा रहे थे. पर उनकी मां और पांच बहनों ने उन्हें रोक लिया और क्रिकेट खेलने को कहा. जिसके बाद साल 2000 में रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया में फिर से वापसी की और दिग्गज स्पिनर बनें.
ऋषभ पंत
भारतीय टीम के मौजूदा वक्त के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के करियर में भी उनकी बहन साक्षी का अहम रोल है. पिता के निधन के बाद बहन की ऋषभ के हर मोड़ पर उनके साथ खड़ी रहीं. जिस वक्त ऋषभ टीम इंडिया में जाने के लिए संघर्ष कर रहे थे उस वक्त उनकी बहन घरेलू मैच में स्टेडियम में जाकर अपने भाई ऋषभ को सपोर्ट करती थीं और तालिया बजाती थीं. आज भी आईपीएल के दौरान ऋषभ की बहन भाई की हौसला अफजाई के लिए आती हैं.
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