Ranji Trophy: उत्तराखंड रणजी टीम (Uttarakhand Ranji Team) को गुरुवार को रणजी ट्रॉफी 2022 क्वार्टर फाइनल में मुंबई (Mumbai) से 725 रन से करारी हार का सामना करना पड़ा था. प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 250 सालों के इतिहास में किसी टीम की रनों के लिहाज से यह सबसे बड़ी जीत थी. मैच हारने के बाद उत्तराखंड की टीम एक विवाद में फंस गई है. यह विवाद इतना बढ़ गया कि वहां के क्रिकेट एसोसिएशन को भी सफाई देनी पड़ी.
डीए के रूप में दिए जा रहे 100 रुपये
उत्तराखंड के राज्य टीम के खिलाड़ियों को केवल 100 रुपये दैनिक भत्ता दिया जाता है, जो कि सरकारी भत्ते के अनुसार जितना दिया जाना चाहिए, उससे 8 गुना कम है. News9 के अनुसार सीनियर क्रिकेटर के लिए दैनिक भत्ता 1,500 रुपये है और यह आंकड़ा 1,000 रुपये तक कम हो सकता है. यह 2,000 रुपये तक भी जा सकता है लेकिन उत्तराखंड के खिलाड़ियों को पिछले 12 महीने से डीए के रूप में 100 रुपये दिए जा रहे हैं.
22 लाख का पानी पी गए
उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन के मुताबिक खिलाड़ियों के भोजन पर 1.74 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. खिलाड़ियों को दैनिक भत्ते के रूप में 49 लाख 58 हजार रुपये दिए गए. खबरों के मुताबिक केले खरीदने के लिए एसोसिएशन ने 35 लाख रुपये खर्च किए और पानी की बोतलों को खरीदने में 22 लाख रुपये लगे.
पैसे आ जाएंगे भाई
जब यूटीके रणजी टीम के एक सीनियर खिलाड़ी ने मैनेजर से बकाया के बारे में पूछा, तो उनका जवाब था, "अरे क्यों बार बार ये सवाल पूछते रहते हो, भाई? पैसे आ जाएंगे ... तब तक आप स्विगी-जोमैटो से मांगवा लिजिये, (आप एक ही सवाल क्यों पूछते रहते हैं? आपको पैसे मिलेंगे, तब तक इसे स्विगी-ज़ोमैटो पर ऑर्डर करें)."
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