ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में धमाका करने के बाद चेतेश्वर पुजारा का बल्ला शांत ही नहीं हो रहा है. ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद वो अपने सेवाएं देने सौराष्ट्र पहुंच गए और यहां उन्होंने अपनी टीम के लिए ऐसा प्रदर्शन कर दिया कि रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में उन्होंने इतिहास रच दिया.


जी हां, लखनऊ में खेले जा रहे दूसरे क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र की टीम ने 372 रनों के लक्ष्य को 6 विकेट बाकी रहते हासिल कर बड़ा रिकॉर्ड बना दिया है.


उत्तर प्रदेश की टीम ने इस मुकाबले में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पहली पारी में विशाल 385 रन बनाए. उनके लिए रिंकू सिंह ने शानदार 150 रनों की पारी खेली. इसके जवाब में सौराष्ट्र की टीम पहली पारी में 208 रनों पर समिट गई.


उत्तर प्रदेश को 178 रनों की विशाल बढ़त मिली. लेकिन दोबारा खेलने उतरी उत्तर प्रदेश की टीम दूसरी पारी में पहले जैसा कमाल नहीं कर सकी और 194 रनों पर ढेर हो गई. लेकिन अब भी सौराष्ट्र के लिए इस मैच में जीतना आसान नहीं था क्योंकि उसके सामने 372 रनों की सबसे अधिक लक्ष्य था.


लेकिन सौराष्ट्र की टीम ने उसके बाद आज ऐसा कारनामा कर दिया जो रणजी ट्रॉफी के इतिहास में कभी नहीं हुआ. सौराष्ट्र ने 372 रनों के सबसे अधिक लक्ष्य को हासिल कर लिया और इतिहास रच दिया. चेतेश्वर पुजारा के नाबाद 67 रन और शेल्डन जैक्सन के नाबाद 73 रनों की मदद से सौराष्ट्र ने इस लक्ष्य को हासिल कर जीत दर्ज कर ली.


इससे पहले रणजी ट्रॉफी में सबसे अधिक रन चेज़ करने का रिकॉर्ड असम के नाम था. जिन्होंने साल 2009 में सर्विसेज़ के खिलाफ 371 रनों का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया था. लेकिन अब सौराष्ट्र की जीत के साथ ये इतिहास बदल चुका है.