काबुल में हुए बम धमाके से दुखी हैं राशिद खान और मोहम्मद नबी, बोले- प्लीज़ अफगानियों को मारना बंद करो
अफगानिस्तान के क्रिकेटर राशिद खान और मोहम्मद नबी ने सोशल मीडिया के जरिए काबुल में हुए बम धमाके पर निराशा जताई है.
अफगानिस्तान के काबुल हवाई अड्डे के बाहर हुए बम धमाकों में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इससे ज्यादा तादाद में लोग घायल हैं. मरने वालों में बच्चे, महिलाएं, अफगान नागरिक और अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं. अफगानिस्तान के स्टार क्रिकेटर राशिद खान और मोहम्मद नबी ने सोशल मीडिया के जरिए काबुल में हुए बम धमाके पर निराशा जताई है.
राशिद ने ट्वीट कर कहा, "काबुल एक बार फिर रक्तरंजित हो रहा है. प्लीज़ अफगानियों को मारना बंद करो." इससे पहले भी राशिद सोशल मीडिया पर अफगानियों के लिए मदद की गुहार लगा चुके हैं.
Kabul is bleeding again 😢😢💔💔
— Rashid Khan (@rashidkhan_19) August 26, 2021
STOP KILLING AFGHAN PLEASE 🙏🙏😢😢🇦🇫🇦🇫
वहीं मोहम्मद नबी ने ट्वीट कर कहा, "मैं अपने देशवासियों, जिन्होंने इस हमले में काबुल हवाई अड्डे के आसपास के क्षेत्र में अपनी जान गंवाई, के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. हम कड़ी से कड़ी शब्दों पर ऐसे हमलों की निंदा करते हैं और दुनिया से आग्रह करते हैं कि इस कठिन समय से निकलने में अफगानों की मदद करें."
I express my deepest condolences to my countrymen lost their lives in today’s attack in the vicinity fo Kabul airport. We condemn such attacks on the strongest possible terms and urge the world to help Afghans get through these tough times. #KabulBlast pic.twitter.com/lJP5GKFuAE
— Mohammad Nabi (@MohammadNabi007) August 26, 2021
गौरतलब है कि यह दूसरी बार है जब राशिद ने सोशल मीडिया पर अफगानिस्तान की स्थिति के बारे में दुनिया और उसके नेताओं से अपील की है. इस स्टार लेग स्पिनर ने 10 अगस्त को ट्वीट कर दुनिया के नेताओं से अपने देशवासियों को अराजकता में नहीं छोड़ने का अनुरोध किया था.
अमेरिकी राष्ट्रपति बोले- बोले- हमला करने वालों को छोड़ेंगे नहीं
काबुल में हुए बम धमाकों पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा, "इस हमले के पीछे जिम्मेदार लोगों को हम ढूंढ निकालेंगे और उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी. हम उन्हें माफ नहीं करेंगे. आतंकवादी हमें काम करने से रोक नहीं सकते हैं. हम काबुल में अपना मिशन नहीं रोकेंगे और लोगों को सुरक्षित अफगानिस्तान से निकालना जारी रखेंगे."