Rashid Khan Interview: Rashid Khan के माता-पिता बनाना चाहते थे उन्हें डॉक्टर, बेटा बना धाकड़ स्पिनर
Afghanistan Spin Bowler: अफगानिस्तान के स्टार स्पिनर राशिद खान (Rashid Khan) ने पिछले कुछ वर्षों में अपने शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है.
Rashid Khan: पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर शेन वॉर्न (Shane Warne) दिग्गज स्पिनरों में से एक माने जाते हैं. उनके नाम कई बड़े रिकॉर्ड दर्ज हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेलते हुए 145 टेस्ट मैचों में 708 विकेट चटकाए. इसके अलावा उन्होंने 194 वनडे मैचों में 293 विकेट हासिल किये. जब गेंद उनके हाथ में होती थी तो विरोधी टीम के बल्लेबाजों को समझ नहीं आता था कि उनका सामना किस तरह किया जाए.
साल 2006 में, वह मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर इंग्लैंड के खिलाफ 700वें टेस्ट विकेट की उपलब्धि हासिल करने वाले पहले गेंदबाज बने थे. हालांकि, आधुनिक समय के सबसे खतरनाक लेग स्पिनर में से एक राशिद खान बड़े होने के दौरान ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न के फैन नहीं थे.
कुछ वक्त पहले लोकप्रिय वेब-शो 'ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस' में उन्होंने इस बात का खुलासा किया. उन्होंने कहा कि वह अनिल कुंबले और शाहिद अफरीदी को अपने आदर्श के रूप में पसंद करते हैं. उपमहाद्वीप के दोनों गेंदबाज गेंद को घुमाने के बजाय गति पर निर्भर थे. जिस कारण दोनों गेंदबाजों ने अपने करियर में बड़ी सफलता हासिल की. राशिद खान ने “ब्रेकफास्ट विद चैंपियन ” नामक एक चैट शो में कहा था, "शेन वार्न उस समय एक बड़े स्पिनर थे, लेकिन मैं उन्हें ज्यादा पसंद नहीं करता था. अफरीदी और कुंबले मेरी प्रेरणा थे क्योंकि वे वॉर्न के विपरीत तेज गेंदबाजी करते थे.”
अफगानिस्तान के स्टार स्पिनर राशिद खान ने पिछले कुछ वर्षों में अपने शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है. उन्होंने कहा कि शुरुआत में मुझे गेंदबाजी में कभी दिलचस्पी नहीं थी. मैं बल्लेबाज था और पारी की शुरुआत करता था. मैं इसमें अच्छा था और रन भी बनाता था. हालांकि, कुछ समय बाद मेरे दोस्तों ने मुझसे कहा कि मैं गेंदबाजी में बेहतर हूं.
युवा स्पिनर ने यह भी खुलासा किया कि उनका परिवार हमेशा चाहता था कि वह एक डॉक्टर बने. इतना ही नहीं, वह खुद डॉक्टर बनना चाहता थे. उन्होंने कहा, "मेरी मां चाहती थीं कि मैं डॉक्टर बनूं क्योंकि हमारे परिवार में कोई डॉक्टर नहीं है. मैं कक्षा 9-10 में एक अच्छा स्टूडेंट था. मैं टॉप 5 में आता था. मैं त
ब डॉक्टर बनना चाहता था क्योंकि उस समय मुझे पढ़ाई में बहुत दिलचस्पी थी.
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