भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच चुनने के लिए प्रशासकों की समिति (सीओए) द्वारा नियुक्त क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) न साफ कर दिया है कि वह इस पद के लिए किसी विदेशी को चुनने के पक्ष में नहीं है. ऐसे में रवि शास्त्री की पुनर्नियुक्ति तय मानी जा रही है.


सीओए ने कोच की नियुक्ति के लिए तीन सदस्यीय सीएसी की नियुक्ति की है, जिसमें पूर्व कप्तान कपिल देव, अंशुमान गायकवाड और शांता रंगास्वामी शामिल हैं.


सीएसी के एक सदस्य ने कहा कि शास्त्री की देखरेख में टीम अच्छा कर रही है. ऐसे में यह लगभग तय है कि शास्त्री एक बार फिर तीनों फारमेट के लिए कप्तान नियुक्त किए गए विराट कोहली की देखरेख वाली टीम को प्रशिक्षित करेंगे.


सीएसी सदस्य ने कहा, "हम विदेशी कोच की नियुक्त के पक्ष में नहीं हैं. हां, अगर गैरी कर्स्टन जैसे किसी व्यक्ति ने इस पद के लिए अप्लाई किया होता तो फिर हम इस पर विचार कर सकते थे. लेकिन चूंकी भारतीय कोच हमेशा से हमारी प्राथमिकता रही है. ऐसे में जबकि भारतीय मुख्य कोच की देखरेख में टीम अच्छा कर रही है तो फिर बदलाव के बारे में क्यों सोचना. इस स्थिति में ऐसी पूरी सम्भावना है कि शास्त्री को फिर से कोच पद सौंप दिया जाएगा."


बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने भी हाल ही में कहा था कि शास्त्री का कोच पद पर बने रहना जरूरी है क्योंकि अभी टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है.


कोच की नियुक्ति के सम्बंध में अंतिम फैसला सीओए को लेना है और इस बारे में सीओए अध्यत्र विनोद राय भी अपनी स्थिति साफ कर चुके हैं. राय ने कहा था कि कोच की नियुक्ति के सम्बंध में बीसीसीआई के सामने रिक्मेंडेशन देने का कोई प्रश्न नहीं उठता क्योंकि यह फैसला पूरी तरह सीएसी की सलाह के बाद किया जाएगा.


बोर्ड ने अभी तक सीएसी को आवेदन करने वाले लोगों के इंटरव्यू के लिए तारीख नहीं सौंपी है लेकिन इस सम्बंध में जल्द ही कोई सूचना सीएसी को दी जाएगी. राय ने कहा था कि इंटरव्यू अगस्त के मध्य में होंगे.