सेंचुरियन: भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि अपने प्रभावशाली प्रदर्शन से विराट कोहली वर्तमान समय में ‘दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज’ बन गये हैं.


कोहली के अलावा जो रूट, केन विलियमसन और स्टीवन स्मिथ को वर्तमान समय का दुनिया के चोटी के चार बल्लेबाजों में आंका जाता है लेकिन शास्त्री का मानना है कि भारतीय कप्तान का कोई सानी नहीं है.


कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ छह एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में 558 रन बनाये जिससे भारत ने इसमें 5-1 से जीत दर्ज की.


शास्त्री ने वनडे श्रृंखला के बाद कहा, ‘‘यह केवल औसत से जुड़ा मसला नहीं है. यह आप जिस तरह से रन बनाते हो और इनसे टीम पर पड़ने वाले प्रभाव से जुड़ा है. मैं यही कहूंगा कि अभी वह दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है.’’


शास्त्री ने कोहली की तारीफ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और टीम में जीत का जज्बा भरने का श्रेय कप्तान को दिया.


उन्होंने कहा, ‘‘आप जज्बे की बात करते हो. जज्बा कहां से आता है. जब आपके पास इस तरह का नेतृत्वकर्ता हो जो कि खुद आगे बढ़कर नेतृत्व करता हो तो अन्य खिलाड़ी अच्छी तरह से उसका अनुसरण करते हैं. ’’


इस दौरे में शास्त्री के लिये सबसे अच्छा दौर टीम का टेस्ट श्रृंखला में 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करना रहा.


उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि टेस्ट श्रृंखला में दो मैच गंवाने के बाद उन्होंने जज्बा दिखाया और जोहानिसबर्ग में मुश्किल परिस्थितियों में टेस्ट मैच जीता. इसके बाद वनडे में भी लय बरकरार रखी. उन्होंने पिछले दो सप्ताह में जो निरंतरता दिखायी वह लाजवाब है. ’’


शास्त्री ने कहा, ‘‘सारा श्रेय कप्तान को जाता है क्योंकि उन्होंने आगे बढ़कर नेतृत्व किया. पहले अपनी बल्लेबाजी से और फिर अपने जज्बे से जिससे टीम के अन्य सदस्य भी प्रेरित हुए. ’’


कोच ने कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की भी तारीफ की जिन्होंने बीच के ओवरों में विकेट हासिल किये.


शास्त्री ने कहा, ‘‘यहां तक कि मेरे पिछले कार्यकाल (टीम निदेशक) के दौरान भी मैं और विराट हमेशा बीच के ओवरों में विकेट हासिल करने को लेकर चर्चा करते थे. हम इसके लिये सही तरह के गेंदबाजों को चाहते थे और सौभाग्य से कुलदीप और चहल ने एक दूसरे का अच्छा साथ दिया. ’’


उन्होंने जसप्रीत बुमराह की भी तारीफ की और उन्हें सभी प्रारूपों के लिये विश्वस्तरीय गेंदबाज करार दिया.


शास्त्री ने कहा, ‘‘बुमराह सभी प्रारूपों में विश्वस्तरीय गेंदबाज है और उसने बहुत जल्दी परिपक्वता हासिल की. आप कल्पना नहीं कर सकते कि उसने केपटाउन में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था. ’’


कोच इसके साथ ही लगता है कि विश्व कप के लिये तैयारियों से भी संतुष्ट हैं.


उन्होंने कहा, ‘‘विश्व कप के लिये तैयारियां बहुत अच्छी हैं क्योंकि यह एक समय में एक कदम आगे बढ़ना है. हमने इस दौरे में कुछ अच्छी चीजें सीखी. यह युवा टीम है और इसे आगे कड़े दौरों पर जाना है. मुझे लगता है कि इस दौरे पर उन्होंने खुद को अच्छी तरह से तैयार किया है.