ICC टूर्नामेंट के सेमीफाइनल और फाइनल में क्यों हार जाती है टीम इंडिया? रवि शास्त्री ने दिया जवाब
Ravi Shastri: भारतीय क्रिकेट टीम आखिरी बार साल 2013 में आईसीसी ट्रॉफी जीती थी, लेकिन यह टीम सेमीफाइनल और फाइनल में क्यों हार जाती है? अब रवि शास्त्री ने अपनी बात रखी है.
Ravi Shastri On Indian Cricket Team: पिछले तकरीबन 10 सालों से टीम इंडिया को आईसीसी टूर्नामेंट में निराशा हाथ लगी है. भारतीय क्रिकेट टीम आखिरी बार साल 2013 में आईसीसी ट्रॉफी जीती थी. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को हराकर खिताब अपने नाम किया था. उस भारतीय टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी थे, लेकिन उसके बाद से टीम कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत सकी है. वहीं, अब पूर्व भारतीय खिलाड़ी रवि शास्त्री ने आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
भारतीय टीम सेमीफाइनल और फाइनल में क्यों हार जाती है?
रवि शास्त्री का कहना है कि भारतीय टीम के नॉकआउट मैचों में हार का सारे खिलाड़ियों का सौ फीसदी नहीं देना है. हालांकि, उन्होंने कहा कि भारतीय टीम अच्छी होती है, शानदार खिलाड़ियों की फौज रहती है, लेकिन अकसर खराब प्रदर्शन के कारण आईसीसी टूर्नामेंट में निराशा हाथ लगती है. रवि शास्त्री कहते हैं कि भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया सभी तीनों आईसीसी ट्रॉफी के लिए मजबूत दावेदार के तौर पर सामने आती है, लेकिन भारतीय टीम बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के कारण नॉकआउट मैचों में हार जाती है.
तो टीम इंडिया कैसी सेमीफाइनल और फाइनल जीत सकती है?
रवि शास्त्री ने कहा कि मैं भारतीय टीम चोकर्स नहीं कहूंगा. हमारी टीम सेमीफाइनल और फाइनल तक पहुंचती है, लेकिन हार जाती है... हमारी टीम बड़े मौकों पर चूक कर जाती है, लेकिन इसके लिए मैं किसी व्यक्तिगत खिलाड़ी को दोष नहीं दूंगा. मैं इसके लिए टीम के सारे खिलाड़ियों को जिम्मेदार मानता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप फाइनल हो या फिर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल... आपके बल्लेबाजों को शतक बनना पड़ेगा, तब आप अपने गेंदबाजों को बेहतर मौके दे पाएंगे. अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो फिर कम से कम 3 खिलाड़ियों को पचास रनों का आंकड़ा पार करना पड़ेगा, फिर आपके लिए मौके बनेंगे.
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