कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी की क्रिकेट सहालकार समिति ने भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के नाम का एलान कर दिया. टीम के मौजूदा कोच रवि शास्त्री को एक बार फिर से इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है. शास्त्री साल 2020 में होने वाले टी-20 विश्व कप तक इस पद को संभालेंगे.
भारतीय टीम के कोच पद के लिए हजारों की संख्या में आवेदन आए जिसमें से कुल 6 नामों को चुना गया था. इन 6 नामों में टॉम मूडी, माइक हेसन, फिल सिमंस, लालचंद राजपूत, रॉबिन सिंह और रवि शास्त्री शामिल थे.
फिल सिमंस ने हालांकि आखिरी वक्त में कोच पद की रेस से अपना नाम वापस ले लिया जिसकी वजह से सिर्फ पांच उम्मीदवारों का ही सीएसी ने इंटरव्यू लिया.
आपको बता दें कि शास्त्री का 2017 में भारतीय टीम से मुख्य कोच के रूप में जुड़ने के बाद से रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है. इस दौरान पिछले साल भारत टीम ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब हुई थी.
शास्त्री के मार्गदर्शन में ही जुलाई 2017 से भारत ने 21 टेस्ट में से 13 में जीत दर्ज की. टी-20 अंतरराष्ट्रीय में तो प्रदर्शन और भी बेहतर रहा जहां भारत ने 36 में से 25 मैचों में जीत दर्ज की. वनडे में भी भारतीय टीम 60 में से 43 मुकाबले जीतकर हावी रही.
टीम हालांकि विश्व कप 2019 में उनके मार्गदर्शन में सेमीफाइनल से आगे बढ़ने में नाकाम रही.
वेस्टइंडीज दौरे पर रवाना होने से पहले कप्तान विराट कोहली ने भी रवि शास्त्री का सार्वजनिक रूप से समर्थन किया था. लगातार दूसरी बार कोच बने शास्त्री 2020 में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए इस पद को संभालेंगे. शास्त्री के स्काइप के जरिए इंटरव्यू अपना इंटरव्यू दिया.
भारत के लिए 80 टेस्ट और 150 वनडे खेलने वाले शास्त्री का अनुबंध ब्रिटेन में हुए विश्व कप तक था लेकिन इसमें 45 दिन का विस्तार करके वेस्टइंडीज दौरे के अंत तक बढ़ा दिया गया.
भारतीय टीम के कोच पद की रेस में शास्त्री के लिए सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी माइक हेसन और टॉम मूडी थे. हेसन को सबसे शातिर कोचों में शामिल किया जाता है जबकि मूडी आईपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद के साथ काफी सफल रहे हैं.
इसके अलावा मुंबई इंडियंस के पूर्व कोच रोबिन सिंह और लालचंद राजपूत तीन सदस्यीय पैनल के समक्ष मौजूद हुए और इंटरव्यू दिया.