Ravichandran Ashwin and Ravindra Jadeja: भारतीय टीम को उसी के घर पर टेस्ट क्रिकेट में हराना पिछले 1 दशक में किसी भी टीम के लिए काफी मुश्किल काम दिखा है. इसकी सबसे बड़ी वजह भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी रही है. जिनका टर्न लेती हुए पिच पर सामना करना किसी भी विपक्षी टीम के बल्लेबाज के लिए सामना करना बिल्कुल भी आसान काम नहीं रहा है.
रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा का भारतीय पिचों पर अभी तक एक साथ शानदार गेंदबाजी रिकॉर्ड देखने को मिला है. इसके अलावा जब भी यह दोनों गेंदबाज प्लेइंग इलेवन में साथ में खेले हैं तो भारतीय टीम की जीत लगभग पक्की मान ली जाती है.
अश्विन और जडेजा ने अभी तक साथ में 44 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें दोनों ने मिलकर 21.81 के औसत से 439 विकेट अभी तक हासिल किए हैं. इस दौरान दोनों ही गेंदबाजों ने मिलकर एक पारी में 27 बार 5 विकेट भी हासिल किए हैं. जडेजा ने अभी तक भारत में अभी तक 37 टेस्ट मैचों में खेलते हुए 177 विकेट अपने नाम किए हैं.
वहीं अश्विन को लेकर बात की जाए तो उन्होंने 52 टेस्ट मैचों में खेलते हुए 315 विकेट अपने नाम किए हैं. इसके अलावा दोनों ही खिलाड़ी अपनी बल्लेबाजी के दम पर निचलेक्रम में अहम योगदान टीम के लिए पिछले कुछ सालों में देते हुए नजर आए हैं.
अश्विन ने पूरे किए टेस्ट क्रिकेट में अपने 450 विकेट
नागपुर में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच में इस समय बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेला जा रहा है. कंगारू कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन टीम अपनी पहली पारी में सिर्फ 177 रन बनाकर सिमट गई. भारतीय टीम की तरफ से जडेजा ने जहां 5 विकेट हासिल किए वहीं अश्विन ने भी 3 विकेट अपने नाम किए.
टेस्ट क्रिकेट में अश्विन ने अपने इस प्रदर्शन के साथ अब 450 विकटों का भी आंकड़ा पार कर लिया. इसी के साथ अश्विन अब टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज इस मुकाम पर पहुंचने वाले तीसरे गेंदबाज भी बन गए हैं. उनसे आगे श्रीलंकाई दिग्गज मुथैया मुरलीधरन ने 132 पारियों और पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने 165 पारियों में इस मुकाम को हासिल किया था.
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