'पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे बनोगे खराब' बचपन में हम सबने यह जुमला जरूर सुना होगा लेकिन भारतीय क्रिकेट में एक खिलाड़ी ऐसा भी हुआ जिसने ठीक इसके अलग पढ़ाई लिखाई करके खेल की दुनिया में अपनी धाक जमाई. यह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्की भारतीय टीम के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन हैं.
रविचंद्रन अश्विन का जन्म 17 सितंबर 1986 को चेन्नई में हुआ. बचपन से ही क्रिकेट उनका पहला प्यार रहा और साल 2010 आते आते वो भारतीय टीम का हिस्सा बन गए.
अश्विन ने भारतीय टीम में बेशक एक गेंदबाज के तौर पर कदम रखा, लेकिन वह एक कुशल ऑलराउंडर माने जाते हैं. अश्विन ने कई बार यह साबित किया है कि गेंदबाजी के साथ वह बल्लेबाजी में भी कमाल कर सकते हैं. यही वजह है कि अश्विन के नाम टेस्ट क्रिकेट में चार शतक और 11 अर्द्धशतक दर्ज हैं. वहीं वनडे क्रिकेट में भी उन्होंने एक पचासा जड़ा है. हालांकि सबसे पहले उनकी पहचान एक गेंदबाज के रूप में ही होती है.
सबसे अधिक पढ़े भारतीय क्रिकेटर
रविचंद्रन अश्विन भारतीय क्रिकेट टीम में सबसे अधिक पढ़े-लिखे क्रिकेटरों में से एक माने जाते हैं. अश्विन ने क्रिकेट के साथ-साथ हमेशा पढ़ाई को भी गंभीरता से लिया. उनके माता-पिता भी यह चाहते थे कि अश्विन अपनी पढ़ाई के साथ किसी तरह का समझौता नहीं करे.
यह वजह है कि अश्विन ने क्रिकेट के साथ प्रतिष्ठित श्री शिवसुब्रमण्य नादर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में बीटेक की डिग्री हासिल की. अश्विन अगर आज क्रिकेटर नहीं होते तो वह एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर होते.
डेब्यू टेस्ट में अश्विन ने किया था कमाल
भारत के लिए 65 टेस्ट मैच खेल चुके अश्विन ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ही कमाल की गेंदबाजी की थी. वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पहले ही टेस्ट मैच में अश्विन ने कुल 9 विकेट लिए थे.
अश्विन ने इस मैच की पहली पारी में 81 रन देकर तीन विकेट झटके, जबकि दूसरी पारी में महज़ 47 रन खर्च कर 6 विकेट चटकाए थे.
टेस्ट क्रिकेट के डेब्यू मैच में अश्विन इस तरह के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले भारत के दूसरे गेंदबाज बने थे. अश्विन से पहले एक मैच में 16 विकेट लेने वाले नरेंद्र हिरवानी हैं, जिन्होंने डेब्यू मैच की दोनों पारियों में 8-8 विकेट लेने का कारनामा किया.
गेंदबाजी के अलावा अश्विन डेब्यू के बाद तीसरे मैच में ही 103 रनों की पारी खेलकर पहला शतक भी जड़ दिया. अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में कुल 22 विकेट अपने नाम किए थे.
अश्विन के पांच दमदार रिकॉर्ड
- अश्विन टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. अश्विन ने महज 18वें टेस्ट मैच में इस आंकड़े को छू लिया था. अश्विन से पहले यह रिकॉर्ड इरापल्ली प्रसन्ना के नाम था जिन्होंने 20 टेस्ट मैचों में यह कारनामा किया था.
- अश्विन टेस्ट क्रिकेट में एक ही मैच में सेंचुरी और पांच विकेट लेने का कारनामा दो बार कर चुके हैं, ऐसा करने वाले वो भारत के इकलौते क्रिकेटर भी हैं. अश्विन ने दोनों बार यह कमाल वेस्टइंडीज के खिलाफ किया.
- अश्विन के नाम बल्लेबाजी में भी एक बड़ा रिकॉर्ड दर्ज है. अश्विन ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर सातवें विकेट से लिए टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारी करने का रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं. सातवें विकेट के लिए दोनों के बीच 280 रनों की साझेदारी हुई थी. इससे पहले यह रिकॉर्ड धोनी और वीवीएस लक्ष्मण के नाम था जिन्होंने सातवें विकेट लिए साल 2010 में 259 रनों की पार्टनरशिप की थी.
- टेस्ट क्रिकेट में अश्विन भारत की तरफ से सबसे तेज 50, 100, 150, 200, 250 और 300 विकेट लने वाले पहले गेंदबाज हैं.
- टेस्ट क्रिकेट में अश्विन भारत के लिए सबसे अधिक सात बार 'मैन ऑफ द सीरीज' बन चुके हैं. इस मामले में अश्विन ने सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग को भी पीछे छोड़ा जो पांच-पांच बार 'मैन ऑफ द सीरीज' रहे हैं.