Ravi Ashwin On Indian Cricket Team Captaincy: महेन्द्र सिंह धोनी के बाद विराट कोहली भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान बने. वहीं, जब विराट कोहली ने टेस्ट फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ी तो रोहित शर्मा को जिम्मेदारी मिली. हालांकि, रोहित शर्मा के अलावा केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत जैसे दावेदार थे. वहीं, रवि अश्विन भी टेस्ट टीम के कप्तान बनने की रेस में थे, लेकिन ऐसा क्या हुआ कि इस ऑफ स्पिनर को कप्तान नहीं बनाया गया. बहरहाल, अब रवि अश्विन ने खुद खुलासा किया है कि वह भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान क्यों नहीं बने?
'मुझे ओवर थिंकर का टैग दे दिया गया है, लेकिन...'
रवि अश्विन ने कहा कि वर्ल्ड क्रिकेट में मुझे ओवर थिंकर का टैग दे दिया गया है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं कोई बहुत ज्यादा नहीं सोचता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे लिए लोगों का यह परसेप्सन गलत है. अगर कोई खिलाड़ी लगातार 15-20 मैचों में खेल रहा है तो वह ओवर थिंकर कैसे हो सकता है. रवि अश्विन कहते हैं कि लोगों का यह परसेप्शन मेरे खिलाफ काम कर गया. भारतीय ऑफ स्पिनर के मुताबिक, इन सब कारणों से उन्हें भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी नहीं मिली.
'किसी को भी ओवर थिंकर या इस तरह का टैग देना ठीक नहीं'
रवि अश्विन ने कहा कि यह मेरा करियर है, मेरा सफर है... जो मुझे ठीक लगता है वह करता हूं. उन्होंने कहा कि अगर कोई शख्स मेरे से कहता है कि तुम 15 मैच खेलने के बाद नहीं खेल पाओगे, उसके बाद तुम्हें मौके नहीं मिलेंगे, तो ऐसे में कप्तानी कैसे मिलेगी? भारतीय ऑफ स्पिनर ने कहा कि मैं ऐसी बातों पर क्यों ओवर थिंकिंग करूंगा. साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह किसी को भी ओवर थिंकर या इस तरह का टैग देना ठीक नहीं है. किसी को यह अधिकार नहीं है कि वह किसी अन्य शख्स को इस तरह का टैग दे.
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