भारत-श्रीलंका (IND vs SL) के बीच मोहाली में खेले जा रहे टेस्ट मैच (Mohali Test) के दूसरे दिन रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के पास दोहरा शतक बनाने का मौका था लेकिन कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के भारतीय पारी घोषित करने के फैसले के कारण वह इस आंकड़े को नहीं छू पाए. मैच के बाद जब रविंद्र जडेजा से इस संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने विस्तार से रोहित के इस फैसले पर बात की.


रविंद्र जडेजा ने बताया कि उन्होंने खुद पारी घोषित करने के लिए कहा था. जडेजा ने कहा, 'रोहित ने कुलदीप के जरिए मेरे 200 रन पूरे होने के बाद पारी घोषित किए जाने का संदेश भेजा था, लेकिन मैंने टीम को पारी घोषित करने को कहा क्योंकि उस समय श्रीलंकाई खिलाड़ी काफी थक चुके थे और हमारे पास उन्हें आउट करने का मौका था.'


दरअसल, जब भारतीय पारी घोषित हुई तब रविंद्र जडेजा 175 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे. वह बड़ी तेजी से रन बना रहे थे. अगर भारतीय पारी घोषित होने में आधे घंटे का समय और लिया जाता तो शायद जडेजा अपनी डबल सेंचुरी पूरी कर सकते थे. लेकिन कप्तान रोहित ने पवेलियन से जडेजा और शमी को वापस बुलाने का फैसला लिया.


रोहित के इस फैसले का सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हुआ. यूजर्स ने उनके इस फैसले को 18 साल पुराने राहुल द्रविड़ के फैसले से जोड़ कर देखा. 18 साल पहले एक टेस्ट मैच में सचिन 194 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे, वे अपना दोहरा शतक पूरा करने की कगार पर थे लेकिन राहुल द्रविड़ ने पारी घोषित कर दी थी.


मैच पर भारत की पकड़ हुई मजबूत
मोहाली टेस्ट के दूसरे दिन टीम इंडिया ने 574 रन का विशाल स्कोर खड़ा करने के बाद श्रीलंकाई पारी के 4 विकेट महज 108 रन पर झटक लिए हैं. लंका की टीम अभी 466 रन पीछे है. ऐसे में दो मैचों की इस टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में भारत ड्राइविंग सीट पर है.


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