भारत और इंग्लैंड के बीच ओवल में खेले जा रहे सीरीज़ के आखिरी टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया. पहले दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड की टीम ने 198/7 रन बना लिए हैं. इंग्लैंड ने एक बार फिर से टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी चुनी और अपना आखिरी मैच खेल रहे एलिस्टर कुक ने भी अपने फैंस को निराश नहीं किया.


पहले कुक ने कीटन जेनिंग्स के साथ 60 रनों की साझेदारी की. इसके बाद जेनिंग्स आउट हो गए. इसके बाद कुक ने मोईन अली के साथ भारत की मुश्किलें बढ़ाए रखी. दिन के खेल के दूसरे सेशन में मेज़बान टीम ने एक भी विकेट नहीं खोया. संभलकर बल्लेबाज़ी करते हुए इन दोनों बल्लेबाज़ों ने टीम को 63वें ओवर तक 133 रनों तक पहुंचा दिया.


लेकिन चाय के बाद भारतीय गेंदबाज़ एक खास रणनीति के साथ मैदान पर उतरे और सिर्फ कुक ही नहीं बल्कि छह अन्य बल्लेबाज़ों को आउट कर मैच में भारत का पलड़ा भारी कर दिया. तेज़ गेंदबाज़ों की सफल गेंदबाज़ी के साथ-साथ इंग्लैंड दौरे पर अपना पहला टेस्ट खेल रहे रविन्द्र जडेजा ने एक छोर से इंग्लिश बल्लेबाज़ों पर दबाव बनाए रखा और दो अहम विकेट चटकाए.


दिन का खेल खत्म होने के बाद जडेजा ने बताया कि किस तरह विकेट ना मिलने के बावजूद उन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम किया.


जडेजा बोले, 'मोईन अली और एलिस्टर कुक की पार्टनरशिप के दौरान सबने अच्छी गेंदबाज़ी. हमने प्लान किया था कि हम बाउंड्री नहीं देंगे तो वो प्रेशर में आकर गलत शॉट खेलेंगे. हुआ भी कुछ वैसा ही कि एक विकेट गिरा और 50 रनों के अंदर हमने छह विकेट हासिल किए, क्योंकि हमें पता है कि इंग्लैंड में 1 एक विकेट आता है तो 2-3 विकेट साथ में आते हैं और वैसा ही हुआ.'


विकेट से आपको बहुत मदद नहीं मिल रही, मैं ये ही सोच रहा था कि शमी, इशांत और बुमराह सामने एंड से अच्छी गेंदबाज़ी कर रहे थे और उन्हें बीट कर रहे थे और अच्छे एरिया में गेंदबाज़ी कर रहे थे. मैं भी यही कोशिश कर रहा था कि मैं भी उन्हें बाउंड्री ना दूं और उन पर प्रेशर क्रिएट करूं. दूसरे सेशन में भी हमने अच्छा कमबैक किया. हमें भले ही विकेट नहीं मिला लेकिन हमने उन पर दबाव बनाए रखा और मेरे हिसाब से पूरी बॉलिंग यूनिट ने अपना काम किया.'


जडेजा के अलावा भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों ने भी पहले दिन बेहतरीन गेंदबाज़ी की और इंग्लिश खेमे पर दबाव बनाए रखा. इशांत ने अपने बेहद ही किफायती 22 ओवरों के स्पेल में 28 रन देकर 3 विकेट चटकाए. उनके अलावा बुमराह ने 41 रन देकर 2 विकेट अपने नाम किए.


मोहम्मद शमी को 22 ओवरों के स्पेल में कोई सफलता तो नहीं मिली लेकिन उन्होंने विरोधी टीम को मुश्किल में फंसाए रखा.