श्रीलंका के खिलाफ मोहाली टेस्ट में रविंद्र जडेजा ने दमदार ऑलराउंडर प्रदर्शन दिखाया था. उन्होंने इस मैच में 175 रन बनाने के साथ-साथ 9 विकेट भी चटकाए थे. इस लाजवाब प्रदर्शन के लिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ दी मैच' भी चुना गया. इस अवॉर्ड को हासिल करते वक्त रविंद्र जडेजा ने मोहाली के आईएस बिंद्रा स्टेडियम को अपने लिए लकी मैदान बताया था. उन्होंने कहा था कि यहां आते ही उन्हें सकारात्मक अनुभूति होने लगती है. जडेजा ने ऐसा क्यों कहा और मोहाली का यह मैदान उनके लिए कैसे भाग्यशाली है, आंकड़ों से समझिये..


मोहाली में दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं रविंद्र जडेजा
रविंद्र जडेजा ने अब तक मोहाली में चार टेस्ट मैच खेले हैं. इन चार टेस्ट मैचों में उन्होंने 27 विकेट चटकाए हैं. इस दौरान इनका बॉलिंग औसत भी शानदार रहा. इन्होंने 14.66 की औसत से गेंदबाजी की यानी हर 14 रन खर्च करने पर जडेजा ने यहां एक विकेट हासिल किया है. इस तरह यह मैदान उनके लिए हमेशा से शानदार रहा है. इस मैदान पर वह दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं. पहले स्थान पर अनिल कुंबले हैं. कुंबले ने यहां 7 टेस्ट मैचों में 36 विकेट चटकाए हैं.


मोहाली में दिग्गज बल्लेबाजों के बीच बनाई अपनी जगह
जडेजा ने मोहाली के इस मैदान में हर बार जमकर रन बरसाए हैं. वे यहां रन बनाने के मामले में सातवें नंबर पर हैं. इस लिस्ट में सचिन और द्रविड़ जैसे महान बल्लेबाजों के बीच उन्होंने अपनी जगह बनाई है. जडेजा ने यहां चार टेस्ट मैचों में 81.75 के रन औसत से 327 रन बनाए हैं. कोहली, धोनी और पुजारा जैसे खिलाडी भी यहां उनसे पीछे हैं. मोहाली के मैदान पर सबसे ज्यादा रन सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज हैं. सचिन ने यहां 11 टेस्ट मैच में 767 रन बनाए हैं.


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