रविंद्र जडेजा जब 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पहले चरण में राजस्थान रॉयल्स शिविर से जुड़े थे तब वह अंडर-19 विश्व कप चैम्पियन बन चुके थे लेकिन यह शेन वॉर्न का इस युवा खिलाड़ी पर भरोसा था जिसकी वजह से वह खेल प्रशंसकों के बीच तुरंत ही ‘हिट’ हो गए. राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल के पहले चरण का खिताब जीता था और जडेजा ने ‘फिनिशर’ की भूमिका बखूबी निभायी थी जिससे वह वॉर्न के चहेते बन गए जिन्होंने उन्हें ‘द रॉकस्टार’ का नाम दिया.


लेग स्पिन की कला को नया जीवन देने वाले वार्न का शुक्रवार को 52 साल की उम्र में थाईलैंड में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया, जिससे क्रिकेट बिरादरी सदमे में है. जडेजा से जब वॉर्न के साथ बिताए गए समय के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘यह स्तब्ध करने वाली खबर थी. इसे सुनते ही मैं बहुत दुखी हो गया था. मुझे यह खबर सच नहीं लग रही थी.’’


उन्होंने कहा, ‘‘जब 2008 में मैं उनसे मिला था तो वह एक महान क्रिकेटर बन चुके थे. मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि हम शेन वॉर्न जैसे दिग्गज के साथ खेलेंगे. वॉर्न के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना हम जैसे युवाओं के लिये बहुत बड़ी बात थी. उन्होंने मुझे बहुत बड़ा मंच दिया और अंडर-19 के बाद सीधा आईपीएल में प्रवेश हुआ था.’’


बता दें कि जडेजा ने श्रीलंका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए मोहाली टेस्ट की पहली पारी में नाबाद 175 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 228 गेंदों का सामना करते हुए 17 चौके और 3 छक्के लगाए. जडेजा ने इसके साथ-साथ श्रीलंका की पहली पारी के दौरान 5 विकेट भी झटके. उन्होंने 13 ओवरों में 41 रन देकर 5 विकेट लिए. जडेजा ने 4 मेडन ओवर भी निकाले.


यह भी पढ़ें : IND vs SL: 'सर जडेजा' के नाम दर्ज हुआ एक और ऐतिहासिक रिकॉर्ड, 1973 के बाद ऐसा करने वाले बने पहले खिलाड़ी


आर अश्विन ने रिचर्ड हेडली का रिकॉर्ड तोड़ा, अब टेस्ट के टॉप-10 गेंदबाजों में एंट्री की तैयारी