इंग्लैंड दौरे पर गए रविन्द्र जडेजा को पहले चार टेस्ट मैचों में बेंच की शोभा बढ़ानी पड़ी. लेकिन अब जब कप्तान कोहली ने अंतिम टेस्ट में उन पर भरोसा जताया तो उन्होंने पहले दिन कप्तान को निराश भी नहीं किया. लेकिन अब जडेजा चाहते हैं कि वो देश के लिए तीनों फॉर्मेट में अपना योगदान दें.
स्पिनर रविंद्र जडेजा सभी तीनों फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खुद को अच्छी फार्म में रखने के लिये केवल टेस्ट खेलना ही काफी नहीं है.
जडेजा ने पांचवें और अंतिम टेस्ट के पहले दिन 57 रन देकर एक विकेट चटकाया और यह उनका सीरीज में पहला मैच था.
दिन का खेल खत्म होने के बाद जडेजा ने कहा, ‘‘मेरे लिये सबसे बड़ी चीज यही है कि मैं भारत के लिये खेल रहा हूं और अगर किसी दिन मैं अच्छा करता हूं, तो मैं जल्द ही खेल के सभी तीनों फॉर्मेट में खेल सकूंगा. लेकिन मेरा लक्ष्य, सिर्फ यही है कि मुझे मौका मिले और मैं इसका फायदा उठाकर अच्छा प्रदर्शन करूं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब आप सिर्फ एक ही प्रारूप में खेल रहे होते हो तो यह काफी मुश्किल होता है क्योंकि मैचों के बीच में काफी अंतर होता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिये आपका अनुभव और लय कम हो जाती है. इसलिये आपको खुद को प्रेरित करते रहना होता है. जब भी आपको मौका मिलता है जैसे मुझे इस मैच में मिला है, तो अपनी काबिलियत के हिसाब से मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.’’
वह भारत के लिये ऑल राउंडर के तौर पर अपनी जगह पक्की करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मुझे भारत के लिये खेलने का मौका मिलता है तो मुझे बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों पहलूओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा. मैं टीम का विश्वस्त सदस्य बनना और ऑल राउंडर स्थान को भरना चाहता हूं क्योंकि मैंने बीते समय में भी ऐसा किया है. यह मेरे लिये नया नहीं है. यह सिर्फ समय की बात है.’’
जडेजा ने कहा, ‘‘जब आप खराब दौर से गुजर रहे होते हो तो आपको ज्यादा से ज्यादा खेलने की जरूरत होती है और अपनी फार्म हासिल करने की कोशिश करनी पड़ती है. इसलिये यह संभव है कि मैं जितना ज्यादा से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलूंगा, उतना ही बेहतर प्रदर्शन करूंगा और सभी तीनों फॉर्मेट में वापसी करने में सक्षम रहूंगा.’’