पहले पृथ्वी शॉ और कप्तान विराट कोहली की दमदार पारियों के बाद रविन्द्र जडेजा के पहले टेस्ट शतक की मदद से भारत ने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 649 रनों पर अपनी पहली पारी घोषित कर दी. पहले टेस्ट का दूसरा दिन पूरी तरह से रविन्द्र जडेजा के नाम रहा. उन्होंने आज के दूसरे सेशन में अपने बल्ले की जादूगरी से सभी का दिल जीत लिया.


जानें मैच में क्या हुआ:


टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पहले दिन पृथ्वी शॉ(134 रन), चेतेश्वर पुजारा(86 रन) और विराट की पारियों की मदद से 364 रन बनाए थे.


टीम इंडिया आज अपने कल के स्कोर 364 रनों से आगे खेलने उतरी. विराट और रिषभ ने तूफानी अंदाज़ में दिन का खेल शुरु किया और पंत ने देखते ही देखते ही आतिशी बल्लेबाज़ी शुरु कर दी.


पहले दिन के नाबाद बल्लेबाज कोहली और पंत ने 133 रनों की शतकीय साझेदारी कर टीम को 470 के स्कोर तक पहुंचाया लेकिन इसी स्कोर पर पंत देवेंद्र बिशू की गेंद पर कीमो पाल के हाथों लपके गए.


पंत के पास आज टेस्ट क्रिकेट में दूसरा शतक पूरा करने का सुनहरा मौका था लेकिन वो शतक पूरा करने में नाकामयाब रहे. उन्होंने 84 गेंदों का सामना करते हुए आठ चौके और चार छक्के लगाए.


पंत के विकेट के बाद मैदान पर आए जडेजा ने विराट का साथ दिया और लंच तक कोई भी और विकेट नहीं गिरने दिया. विराट कोहली ने आज भी शानदार खेल जारी रखा और टेस्ट क्रिकेट में अपना 24वां शतक पूरा किया.


लेकिन लंच के बाद विराट कोहली 139 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. उनके आउट होने के बाद रविन्द्र जडेजा ने पूरा मैच अपने हाथों में उठा लिया.


उन्होंने पहले कोहली के साथ 64 रनों की साझेदारी निभाई. इसके बाद जडेजा ने अश्विन(11 रन की साझेदारी), कुलदीप(26 रन की साझेदारी) और यादव(55 रनों की साझेदारी) के साथ छोटी-छोटी साझेदारियां निभाकर टीम के स्कोर 600 रनों के पार ले गए.






इस दौरान उन्होंने तूफानी बल्लेबाज़ी जारी रखी और 132 गेंदों में 5 छक्कों और 5 चौकों की मदद से अपने टेस्ट करियर का पहला शतक पूरा किया. जडेजा ने टेस्ट क्रिकेट में साल 2012 में अपना डेब्यू किया था. तब से अब तक उनके नाम एक भी शतक नहीं था. लेकिन आज उन्होंने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ इस सूखे को भी खत्म कर दिया.


जडेजा के शतक होने के साथ दूसरे दिन दूसरे सेशन का भी अंत हो गया और टीम इंडिया ने अपनी पारी 649 रनों के स्कोर पर घोषित कर दी.


वेस्टइंडीज़ के लिए स्पिनर देवेन्द्र बिुशु सबसे सफल गेंदबाज़ रहे. उन्होंने 217 रन देकर चार बल्लेबाज़ों को पवेलियन भेजा. वहीं लुइस ने 2 विकेट अपने नाम किए. ब्रैथवेट, गबरैल और चेस को 1-1 विकेट मिला.