IPL 2023: ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ रूल पर RCB के माइक हेसन और संजय बांगर ने दी प्रतिक्रिया, पढ़िए क्या है नियम
Mike Hesson and Sanjay Bangar: आरसीबी के हेड कोच माइक हेसन और बैटिंग कोच संजय बांगर ने ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ रूल पर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं.
Mike Hesson and Sanjay Bangar On Impact Player: आईपीएल 2023 से पहले आरीसीबी के हेड कोच माइक हेसन और बैटिंग कोच संजय बांगर ने ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ रूल पर अपनी प्रतिक्रिया दी. इस सीज़न पहली बार ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ रूल को आईपीएल में शामिल किया जाएगा. दोनों ने इस नियम को लेकर अपनी-अपनी राय पेश की. माइक हेसन ने बताया कि यह नियम कैसे फायदेमंद साबित हो सकता है. उन्होंने कहा कि उन्हें यह पसंद है.
‘इम्पैक्ट प्लेयर’ रूल पर माइक हेसन
माइक हेसन ने आरसीबी के सोशल मीडिया पर जारी किए गए एक वीडियो में इस नियम के बारे में बात करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि हमने ऑक्शन से पहले इम्पैक्ट प्लेयर’ के बारे में सुना था. इसलिए जाहिर है, हमने इसे देखा और सोचा कि हम इसे अधिकतम कैसे कर सकते हैं. इसमें ऑलराउंडर के लिए एक बड़ी भूमिका निभाने की क्षमता है. इसलिए सच में इसमें कुछ रणनीति शामिल है. मुझे यह बहुत पसंद है. मैंने वास्तव में सोचा था कि यह थोड़ा सा साज़िश लाया. आप किसी भी वक़्त खिलाड़ी को ला सकते हो. इसलिए बल्लेबाज आउट हो रहा है या नहीं. यह एक अच्छा विकास है.”
नियम के मुताबिक, टॉस के बाद टीमें अपनी प्लेइंग इलेवन की घोषणा कर सकती हैं. उन्होंने इस पर कहा, “खैर, इसने इम्पैक्ट रूल को बहुत हद तक नकार दिया. यह एक सब्सीट्यूट नियम है. इसलिए आप टॉस के समय बताइए कि क्या आपके पास बल्लेबाज़ी प्लेइंग इलेवन है जो निश्चित रूप से मजबूत होगी. अगर आप पहले बल्लेबाजी करते हैं तो आप एक बल्लेबाज को बदल देंगे और एक अतिरिक्त गेंदबाज को लाएंगे. इसलिए टॉस के बाद आप उन्हें अपनी बल्लेबाजी इलेवन और गेंदबाजी इलेवन दें. इसलिए यह एक प्रभाव नियम नहीं है अब यह एक वैकल्पिक नियम है.”
Impact Player, Deciding the Playing XI after the toss, reviewing wides and no balls, and the over rare penalties - Mike Hesson and Sanjay Bangar explain the new rules in place for #IPL2023.#PlayBold #ನಮ್ಮRCB pic.twitter.com/N82XTEFFv6
— Royal Challengers Bangalore (@RCBTweets) March 25, 2023
‘इम्पैक्ट प्लेयर’ रूल पर संजय बांगर
बैटिंग कोच संजय बांगर ने इस नियम को लेकर बाक करते हुए कहा, “अब 12-12 खिलाड़ी होंगे. अधिक्तर टीमें चाहेंगी कि उनके बल्लेबाज़ी या गेंदबाजी स्लॉट पर स्पेशलिस्ट खिलाड़ी रहें. यह उन खिलाड़ियों के लिए थोड़ा कठिन होगा जो दोनों डिपार्टमें में योगदान देना चाहते हैं या ऐसे खिलाड़ी जो दोनों डिपार्टमेंट में खेलने के सक्षम हैं. खासकर सातवें नंबर पर निचले क्रम में. उनका उतना उपयोग नहीं किया जा सकता है, जितना कि टीमें स्पेशलिस्ट बल्लेबाजों या गेंदबाज के पास जा सकती हैं.”
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