पहली पारी में हार्दिक पंड्या की आखिरी पलों की आक्रामक बल्लेबाजी और जसप्रीत बुमराह की डेथ ओवरों में कसी हुई गेंदबाजी मुंबई की जीत का सूत्रधार बनी. इसके साथ ही मुंबई ने आईपीएल 2019 में अपनी जीत का खाता भी खोल लिया है.
बैंगलोर के सामने 188 रन का लक्ष्य था, लेकिन बुमराह ने 20 रन के एवज में तीन विकेट लेकर उसकी पहली जीत दर्ज करने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. विराट कोहली ने 32 गेंदों पर 46 रन और पार्थिव पटेल ने 22 गेंदों पर 31 रन का योगदान दिया, लेकिन वह डिविलियर्स थे, जिन्होंने शुरू में मिले जीवनदान का फायदा उठाकर 41 गेंदों पर चार चौकों और छह छक्कों की मदद से नाबाद 70 रनों की पारी खेली, लेकिन इसके बावजूद बैंगलोर पांच विकेट पर 181 रन ही बना पाया.
इससे पहले युजवेंद्र चहल ने 38 रन देकर चार विकेट लिए. उमेश यादव (26 रन देकर दो) और मोहम्मद सिराज (38 रन देकर दो) ने उनका अच्छा साथ दिया, लेकिन मुंबई हार्दिक पंड्या की 14 गेंदों पर नाबाद 32 रनों की पारी से आठ विकेट पर 187 रन तक पहुंचने में सफल रहा. कप्तान रोहित शर्मा (33 गेंदों पर 48 रन) ने टीम की तरफ से सर्वाधिक रन बनाए. सूर्यकुमार यादव ने 24 गेंदों पर 38 रन और युवराज सिंह ने 12 गेंदों पर 23 रनों का योगदान दिया.
बैंगलोर को आखिरी चार ओवर में 41 रन चाहिए थे. ऐसे में बुमराह ने एक ओवर में केवल एक रन दिया और शिमरोन हेटमायर (पांच) को आउट किया. इससे बैंगलोर पर दबाव बढ़ गया. डिविलियर्स ने हार्दिक के अगले ओवर में दो छक्कों की मदद से 18 रन बटोरकर हिसाब बराबर कर दिया. बुमराह ने अगले ओवर में फिर से पांच रन दिये और कोलिन डि ग्रैंडहोम (दो) का विकेट लिया. अब छह गेंद पर 17 रन चाहिए थे, लेकिन लसिथ मलिंगा ने अंतिम ओवर में केवल दस रन दिए.
बल्लेबाजी के लिये अनुकूल पिच पर रोहित बड़ी पारी नहीं खेल पाए और कोहली भी अच्छी शुरूआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए. कोहली और बुमराह के बीच की जंग में पहला चरण भारतीय कप्तान के नाम रहा तो दूसरा चरण देश के शीर्ष गेंदबाज ने अपने नाम किया.
मोईन अली (13) के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे कोहली को शुरू में ही बुमराह का सामना करना पड़ा और उन्होंने तीन चौकों से उनका स्वागत किया. बुमराह जब दूसरा स्पेल करने आए तो कोहली अर्धशतक के करीब थे, लेकिन उन्होंने पुल करके मिडविकेट पर हार्दिक पंड्या को कैच थमा दिया. कोहली इस बीच सुरेश रैना (5034) के बाद आईपीएल में 5000 रन पूरे करने वाले दूसरे बल्लेबाज बने.
बैंगलोर की तरफ से शुरू में पार्थिव ने रन गति बनाई, जिससे पावरप्ले तक बैंगलोर का स्कोर एक विकेट पर 60 रन हो गया. मयंक मार्कंडे ने पार्थिव को बोल्ड करके कोहली के साथ उनकी 21 गेंदों पर 40 रन की साझेदारी खत्म की. मार्कंडे को अगली गेंद पर एबी डिविलियर्स का भी विकेट मिल जाता, लेकिन युवराज कैच लेने से चूक गए.
डिविलियर्स ने इसका पूरा फायदा उठाकर 2017 के बाद अपना पहला आईपीएल मैच खेल रहे लेसिथ मलिंगा को निशाना बनाया. डिविलियर्स ने मलिंगा की जो पहली चार गेंद खेली उन पर तीन छक्के और एक चौका लगाया तथा 31 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया.
इससे पहले रोहित और क्विटंन डिकाक (20 गेंदों पर 23 रन) मुंबई को अच्छी शुरुआत दिलाई. उमेश पर लगाया गया खूबसूरत फ्लिक हो या नवदीप सैनी पुल शॉट से लगाया गया छक्का, रोहित शुरू से हावी होकर खेलने के मूड में लग रहे थे, लेकिन वह बड़ी पारी नहीं खेल पाए.
उमेश दूसरे स्पेल के लिए आए. उनकी पटकी हुई गेंद पर रोहित सही टाइमिंग से पुल नहीं कर पाए. गेंद ने बल्ले का ऊपरी किनारा लिया और सिराज ने लॉन्ग आफ पर हवा में लहराता कैच लपक लिया. रोहित ने आठ चौके और एक छक्का लगाया.
चहल ने इससे पहले डिकॉक को बोल्ड करके बैंगलोर को पहली सफलता दिलाई थी. युवराज ने चहल की लगातार गेंदों पर तीन आकर्षक छक्के लगाए, लेकिन यह लेग स्पिनर बदला चुकता करने में सफल रहा. युवराज चौथी गेंद को भी छक्के के लिये भेजने के प्रयास में लॉन्ग ऑफ पर कैच दे बैठे.
मुंबई का स्कोर 15 ओवर के बाद तीन विकेट पर 139 रन था, लेकिन अगले दो ओवर में केवल आठ रन बने और इस बीच तीन बल्लेबाज पवेलियन लौटे.
चहल ने विश्वसनीय बल्लेबाजी कर रहे सूर्यकुमार को अपनी चतुराई भरी गेंदबाजी के जाल में फंसाकर उन्हें बड़ी पारी नहीं खेलने दी. उन्होंने अपनी ही गेंद पर क्रुणाल पंड्या (एक) का कैच छोड़ा, लेकिन वह कीरेन पोलार्ड (पांच) के रूप में चौथा विकेट हासिल करने में सफल रहे. क्रुणाल को अगले ओवर में उमेश ने पवेलियन भेज दिया.
विकेट गिरने के बावजूद हार्दिक ने मुंबई की उम्मीदें बनाए रखी. उन्होंने सिराज के आखिरी ओवर में दो छक्के जड़कर अपने प्रशंसकों को निराश भी नहीं किया.