मुंबई: चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम के संभावित ऐलान के बारे में सात मई को होने वाले बीसीसीआई की आम सभा की बैठक में फैसला लिया जाएगा. बीसीसीआई प्रशासक समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय ने कहा है कि हम सभी संभावित विकल्पों के लिए तैयार हैं. 



 



चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए टीम अब तक नहीं चुनी गई है और बीसीसीआई पहले ही आईसीसी की 25 अप्रैल की समयसीमा की अनदेखी कर चुका है लेकिन राय इसे अधिक तूल नहीं देना चाहते.



 



राय ने एक किताब के विमोचन के दौरान कहा, ‘‘समय सीमा जैसी कोई चीज नहीं है. चैम्पियंस ट्रॉफी एक जून से शुरू होगी. समय सीमा इसलिए तय की जाती है जिससे कि किसी तरह की प्रणाली लागू हो.’’ संभावित विकल्पों के बारे में पूछने पर राय ने कहा, ‘‘मैं आपको अभी कैसे बता सकता हूं. हम सभी संभावित परिदृश्यों के साथ तैयार हैं. इसलिए प्रक्रिया शुरू होने दीजिए जिसके होने की उम्मीद है और फिर हम देखते हैं कि क्या करना है. मैं पहले ही कुछ नहीं बता सकता. मुझे भरोसा है कि यह अच्छा फैसला होगा. आप जो भी फैसला चाहते हैं वह होगा लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर देखते हैं.’’ 



 



उन्होंने कहा, ‘‘यह खेल का हिस्सा है. इसे धीरे धीरे आगे बढ़ने दीजिए, देखते हैं कैसे प्रगति होती है, क्या होता है.’’ राय ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि अगर एसजीएम में चैम्पियंस ट्रॉफी से हटने का फैसला किया जाता है तो क्या सीओए इस फैसले को खारिज कर देगा.



 



राय ने कहा, ‘‘यह काल्पनिक सवाल है. एसजीएम को पहले फैसला लेने दीजिए. मैंने कार्यवाहक अध्यक्ष, कार्यवाहक सचिव से एसजीएम बुलाने का आग्रह किया है और एसजीएम सात मई को होगी.’’ उन्होंने इस सवाल पर भी सीधा जवाब नहीं दिया कि क्या बीसीसीआई सात मई से पहले टीम की घोषणा करेगा.



 



राय ने कहा, ‘‘वे (बीसीसीआई अधिकारी) दुबई से अभी वापस आए हैं और खिलाड़ी अब भी आईपीएल में खेल रहे हैं. इसलिए हम उनके (बीसीसीआई अधिकारियों) साथ बैठेंगे और हम उनके साथ चर्चा करेंगे कि किस खाके पर चलने की जरूरत है और हम इस पर कैसे काम करें.’’ 



 



यह पूछने पर कि क्या इस मुद्दे पर सीओए और बीसीसीआई के पात्र अधिकारियों का रूख समान है, उन्होंने कहा, ‘‘शत प्रतिशत हमारा रूख समान है. आपको पता है कि आईसीसी बैठक के लिए जाने से पहले उनकी एसजीएम हुई थी. अगले दिन मैंने हमारे साथ बात करने के लिए उन्हें आमंत्रित किया था और उन्होंने जो फैसला किया उस पर विस्तृत चर्चा हुई. आखिर वे पदाधिकारी हैं, उन्हें बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करना है इसलिए उन्होंने आईसीसी में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व किया.’’ 



 



राय ने कहा कि सीओए को पता है कि आईसीसी ने बीसीसीआई के नजरिये को तवज्जो नहीं दी.



 



उन्होंने कहा, ‘‘आईसीसी ने उनके नजरिये को नहीं सुना. हम एक बार फिर चर्चा करेंगे और हल निकालेंगे. यह हल आपकी संतुष्टि के अनुसार होगा. कुछ चीजें उस तरह नहीं हुई जिस तरह हम चाहते थे लेकिन हमेशा एक रास्ता खुला होता है. इसलिए चिंता करने वाली कोई बात नहीं है.’’ राय ने कहा कि अब भी बातचीत का रास्ता खुला है और कुछ भी खत्म नहीं हुआ है.



 



उन्होंने कहा, ‘‘चिंता मत कीजिए, हम किसी को निराश नहीं करेंगे. चिंता करने की कोई बात नहीं है, कुछ भी खत्म नहीं हुआ है और अध्याय बंद नहीं हुआ है. यह अब भी बातचीत की प्रक्रिया में है.’’