नई दिल्ली: पिछली बार टीम की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने इंग्लैंड में खेली जा रही आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी में अपने दबदबे को अभी तक कायम रखा है.
पिछली बार इंग्लैंड में ही 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी में दो शतक जड़ने वाले धवन ने भारत के शुरुआती दो मैचों में भी बल्ले से रन उगले हैं. गुरुवार को श्रीलंका के खिलाफ धवन के बल्ले से शतक निकला और इसी के साथ वह चैम्पियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा तीन शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में शामिल हो गए हैं.
इस टूर्नामेंट के 2013 के संस्करण में धवन ने कुल पांच मैचों की पांच पारियों में दो शतक और एक अर्धशतक की मदद से कुल 363 रन बनाए थे. श्रीलंका के खिलाफ लगाया गया यह शतक उनका इस टूर्नामेंट में तीसरा शतक है. उनके अलावा भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली, वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और दक्षिण अफ्रीका के हर्षल गिब्स के नाम इस टूर्नामेंट में तीन-तीन शतक हैं.
धवन ने इस मैच में 128 गेंदों में 15 चौके और एक छक्के की मदद से 128 रनों की पारी खेली जो भारत की तरफ से इस टूर्नामेंट में चौथा सर्वोच्च स्कोर है. चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत की तरफ से सबसे बड़ी पारी का रिकार्ड गांगुली के नाम है. उन्होंने 13 अक्टूबर 2000 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 141 रन बनाए थे.
धवन के पास इन तीनों बल्लेबाजों से आगे निकलने का मौका है. अगर वह इस टूर्नामेंट में एक और शतक लगाते हैं इस बड़े टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे.
धवन ने इस टूर्नामेंट में अभी तक सात मैचों की सात पारियों में 92.66 की औसत से 556 रन बनाए हैं. जिसमें तीन शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं. धवन ने पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ अर्धशतक जमाया था.
धवन ने पिछली बार बल्ले से अच्छी शुरूआत की थी और उसे बरकरार रखते हुए टीम को जीत दिलाई थी. उन्होंने टूनार्मेंट के भारत के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 114 रनों की पारी खेली थी.
इस मैच के बाद हुए दूसरे मैच में उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ भी शतक जड़ा था और 107 गेंदों में 102 रन बनाए थे. सेमीफाइनल में भी उनके बल्ले से रन निकले थे. श्रीलंका के खिलाफ हुए इस मैच में धवन के बल्ले से 68 रन निकले थे.