जैन ने पाया कि गांगुली ने इस्तीफा दे दिया है और फिर इसके बाद उनसे संबंधित किसी तरह का हितों का टकराव का मुद्दा नहीं बनता है. गांगलुी ने डालमिया को लिखे पत्र में लिखा, "23 अक्टूबर, 2019 को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यभार संभालने के चलते मैंने तुरंत प्रभाव से बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया."
जैन ने अपने आदेश में कहा, "मेरे विचार में, गांगुली को लेकर किसी भी तरह के 'हितों का टकराव' का मुद्दा एथिक्स अधिकारी के लिए विचार करने योग्य नहीं है. इसलिए मौजूदा शिकायत को निपटाया जाता है. इस आदेश की प्रतियां शिकायतकर्ता, गांगुली और बीसीसीआई को भी भेजी जाती हैं."
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मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने एक शिकायत दर्ज की थी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि वह सीएबी अध्यक्ष और बीसीसीआई एजीएम में इसके प्रतिनिधि के रूप में कई पद पर काबिज हैं.
पिछले हफ्ते एनसीए हेड राहुल द्रविड़ को भी हितों के टकराव मामले में राहत मिली थी. डीके जैन ने द्रविड़ के खिलाफ भी हितों के टकराव का कोई मामला नहीं पाया.