नई दिल्ली: भारतीय टीम ने 9 साल पहले जुलाई के महीने में इंग्लैंड का दौरा किया था. विश्व कप जीतने के सिर्फ तीन महीने के अंदर टीम इंडिया को ये सीरीज खेलनी थी. इंग्लिश समर के लिए क्रिकेटर्स पूरी तरह से तैयार दिख रहे थे, लेकिन इंग्लैंड में शुरू से ही भारतीय खिलाड़ी फेल होने लगे थे और टीम को एक के बाद एक मैच में हार का सामना करना पड़ रहा था. परफॉरमेंस के हिसाब से ऐसी खराब सीरीज भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कम ही देखने को मिली है.


लार्डस , नाटिंघम , बर्मिंघम और ओवल में टेस्ट मैचों में लगातार हार के बाद सीरीज में भारतीय टीम का अगला पड़ाव मेनचेस्टर था. जहां सीरीज के एकमात्र टी 20 मैच में दोनों टीमें आमने सामने थी . इंग्लैंड के खिलाफ अपने करियर की पहली बड़ी सीरीज खेलने वाले अजिंक्य रहाणे ने ओल्ड ट्रफोर्ड में शानदार बल्लेबाजी किया था लेकिन फिर से एक बार टीम इंडिया ये मैच हार गई.


मुझे याद है 3 सितंबर को डरहम में वनडे सीरीज शुरू होने वाली थी. 5 मैचों की सीरीज से पहले चारों खाने चित टीम इंडिया के टीम मैनेजमेंट के तरफ से फिरसे राहुल द्रविड़ को अनुरोध किया गया था कि वो वन डे सीरीज में खेलें. वैसे द्रविड़ तब तक सीमित ओवर के क्रिकेट से लगभग बाहर हो चुके थे. ऐसे में बिखरी हुई भारतीय टीम मैच से दो दिन पहले ही डरहम पहुंच गई.


9 साल पहले एबीपी न्यूज़ के साथ क्रिकेट एक्सपर्ट के तौर पर काम करते थे पूर्व आल राउंडर मनोज प्रभाकर. डरहम काउंटी के तरफ से जिन्होंने कई साल क्रिकेट खेला. इंग्लैंड जाने से पहले मनोज भाई ने मुझे कहा था डरहम गए तो लमली कैसल होटल ज़रूर एक बार देखकर आना. डरहम में इसी होटल में पहले खिलाड़ियों को रखा जाता था, लेकिन कई टीमों के क्रिकेटर्स के शिकायत के बाद से इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड अलग होटल में खिलाड़ियों के रहने का बंदोबस्त करने लगी. भारतीय टीम के साथ भी ऐसा ही हुआ था और रॉयल काउंटी होटल में क्रिकेटर्स 4 दिन रहें .


क्रिकेटर्स इस होटल के बारे में क्यों और कब शिकायत की थी ?


चेस्टर ले स्ट्रीट मैदान से महज 200 मीटर की दूरी पर है ये होटल था जो पत्थर से बनाया गया था. इस होटल के दीवार, पुराने आर्किटेक्चर को अभी भी बिल्कुल बदला नहीं गया है. साल 2005 में एशेज सीरीज के दौरान कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने पहली बार शिकायत किया था कि उन्होंने लमली कैसल होटल में भूत के अस्तित्व को अनुभव किया.


ऑल राउंडर शेन वाटसन ने कहा था कि उन्होंने भूत देखा. टीम के कई सपोर्ट स्टाफ भी इस तरह की बातें कहने लगे. इस सीरीज में इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया को मात दी थी , बहुत सारे क्रिकेट प्रेमी आज भी कहते है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी इतने डरे हुए थे कि वो अपने क्षमता के हिसाब से नही खेल पाएं थे. वेस्ट इंडीज के कुछ खिलाड़ी भी इसी होटल में भूत देखकर डर गए थे और ये मामला ब्रिटिश मीडिया के सुर्खियों में आ गया था.


इंग्लैंड में जाने से पहले मनोज प्रभाकर ने मुझे कहा था की डरहम के लमली कैसल होटल के आसपास के इलाके अच्छी जगह है, लेकिन रात 8 बजे तक. आप खुद जाएंगे तो आपको पता चल जाएगा .


मैं और मेरे सहयोगी सुबीर ने होटल में बुकिंग लेने की कोशिश भी की थी लेकिन पता चला की भौतिक इस होटल में यूरोप के कई देशों के सैलानी बहुत पहले से ही कमरे बुक करके रखते है जो इसको एक एडवेंचर की तरह परखना चाहते थे. इस वजह से आखरी मिनट में आपको यहाँ कमरा मिलना मुश्किल है .लेकिन भारतीय टीम कोई भी एडवेंचर के खिलाफ था और पहले से ही वो दूसरे होटल में रहना चाहते थे .


2005 से पहले भारतीय खिलाड़ी भी इंग्लैंड दौड़े में जब डरहम में मैच खेलने गए तब कई बार इस होटल में रहे . एक बार ऐसा हुआ था कि कई खिलाड़ी पूरे रात सो नही पाए थे. कहावत है कि करीब 600 साल पहले लेडी लमली को इस जगह पर मार दिया गया था . तब वहां एक किला हुआ करता था , जिसको बाद में एक होटल का रूप दिया गया था .


डरहम में पहला एकदिवसीय मैच तो बारिश की वजह से धूल गया था. लेकिन सीरीज में टीम इंडिया एक भी मैच जीत नही पाई. 4 टेस्ट मैच और एकमात्र टी 20 मैच में हारने के बाद वन डे सीरीज में भी इंग्लैंड ने भारत को 3-0 से हराया था . डरहम में दूसरे होटल में रहकर भूत के दर्शन से खिलाड़ी तो बच गए थे लेकिन 22 गज में कभी एंडरसन, कभी स्टूअर्ट ब्रॉड तो कभी टीम ब्रेसनन भूत बनकर टीम इंडिया के बल्लेबाजों को बुरी तरह से डराया था.


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