एशेज़ सीरीज़ के तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड की ऐतिहासिक जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोन्टिंग ने कहा है कि अगर हेडिंग्ले टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ी अटैक के साथ मिशेल स्टार्क, बेन स्टोक्स को गेंदबाज़ी कर रहे होते तो फिर उसका प्रभाव अलग होता.

बेन स्टोक्स ने पांच मैचों की एशेज़ सीरीज़ के तीसरे टेस्ट मुकाबले में नाबाद 135 रनों की पारी खेली. इस पारी की मदद से इंग्लैंड ने लगभग एक हारे हुए मैच को अपने नाम कर लिया. इस जीत के बाद हर तरफ बेन स्टोक्स की तारीफ हो रही है. क्योंकि इस जीत के साथ ही इंग्लैंड की टीम ने सीरीज़ में 1-1 से वापसी कर ली है.

ऑस्ट्रेलिया से मिले 359 रनों के लक्ष्य का पीछे करते हुए एक वक्त पर इंग्लिश टीम ने 286 के स्कोर पर 9 विकेट गंवा दिए थे, जिसके बाद स्टोक्स ने अकेले दम पर टीम को आखिर तक टिककर जीत दिलाई.

www.cricket.com.au के साथ खास बातचीत में रिकी पोन्टिंग ने कहा, ''मैं स्वीकार करता हूं, जब मैच हमारे हाथ से फिलता जा रहा था तो मेरे दिमाग में सिर्फ एक ही चीज़ थी कि अगर स्टार्क गेंदबाज़ी कर रहा होता तो वो बिल्कुल वैसे ही उसे गेंद करते जैसे उसने विश्वकप में ओवल के मैदान पर उसे यॉर्कर मारी थी.''

इसके साथ ही पोन्टिंग ने ये भी कहा, ''और जैक लीच जैसा 11 नंबर का बल्लेबाज़ स्टार्क की 150kph की रफ्तार की रिवर्स स्विंग होती गेंद का सामना कैसे करता.''

जोश हेज़लवुड, पेट कमिंस जैसे गेंदबाज़ इंग्लैंड के 11वें नंबर के बल्लेबाज़ जैक लीच को आउट करने से चूक गए. इस पर पोन्टिंग ने कहा, ''मुझ लगता है कि लॉर्ड्स टेस्ट में आराम दिए जाने वाले जेम्स पेटिनसन को टीम में शामिल किया जाना चाहिए.''

एशेज़ सीरीज़ के चौथे टेस्ट की शुरुआत 4 सितम्बर से होगी. जहां पर ऑस्ट्रेलिया के लिए अच्छी खबर ये है कि लीड्स टेस्ट में टीम से बाहर रहने वाले स्टीव स्मिथ टीम में वापसी करेंगे.