Glenn Maxwell Test Return Possibilities: सफेद गेंद से खेले जाने वाले क्रिकेट के दोनों फॉर्मेट में ग्लेन मैक्सवेल खुद को बहुत मजबूती के साथ साबित कर चुके हैं. टी20 और वनडे में उन्होंने कई ऐसी पारियां खेली हैं, जो यादगार रही हैं. हाल ही में संपन्न हुए वर्ल्ड कप में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ मुश्किल हालातों में दोहरा शतक जड़ जिस तरह ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई थी, वह एतिहासिक थी. इस पारी के बाद से मैक्सवेल के टेस्ट क्रिकेट में वापसी की संभावनाओं से जुड़े सवाल लगातार उठ रहे थे. ऐसा ही एक सवाल जब पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग के सामने आया तो उन्होंने साफ-साफ लहजों में 'न' कह दिया.
पोंटिंग का मानना है कि टेस्ट मैचों के लिए चयन तभी होना चाहिए जब क्रिकेट के लंबे फार्मेट में आप नियमित तौर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट से बेहतर अन्य कोई विकल्प नहीं है.
चैनल-7 के साथ बातचीत में रिकी पोंटिंग ने कहा, 'जब तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट में आपके पास रनों का पहाड़ मौजूद न हो तब तक कोई भी खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में मौका पाने के योग्य नहीं होता. मैं उनके (मैक्सवेल) लिए न ही कहूंगा. वह इसके लायक नहीं. लेकिन अगर उन्हें फिर से फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने का मौका मिले और अगर वह वहां कुछ रन बना लें, तब वह खुद को टेस्ट क्रिकेट में वापस ला सकते हैं.'
मैक्सवेल ने साल 2013 में किया था टेस्ट डेब्यू
मैक्सवेल ने आखिरी बार साल 2017 में टेस्ट क्रिकेट खेला था. बांग्लादेश के खिलाफ चिटगांव टेस्ट में वह आखिरी बार सफेद जर्सी में नजर आए थे. उन्होंने अपने करियर में जितने भी टेस्ट मुकाबले खेले हैं, वह सभी भारतीय उपमहाद्वीप में ही खेले हैं.
ग्लेन मैक्सवेल ने अपने करियर में 7 टेस्ट मैच खेले. साल 2013 में उन्होंने टेस्ट डेब्यू किया था. उनके खाते में 7 टेस्ट मैचों में 26.07 बल्लेबाजी औसत से की औसत से 339 रन बनाए. इस दौरान वह केवल एक शतक ही जड़ पाए.
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