प्रतिभा के धनी लेकिन मैदान पर अपनी लापरवाही के कारण बार-बार आलोचकों के निशाने पर आने वाले भारत के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत अपनी विकेटकीपिंग को सुधारने के लिए पूर्व टेस्ट विकेटकीपर किरण मोरे के साथ काम कर रहे हैं.

किरण मोरे भारत के सबसे अच्छे विकेटकीपरों में गिने जाते हैं.

टीम प्रबंधन से जुड़े एक शख्स ने आईएएनएस को बताया कि पंत काफी मेहनती हैं. उनके स्थान पर रिद्धिमान साहा को अंतिम-11 में चुने जाने में कोई दिक्कत नहीं है. बस टीम इतना चाहती है कि पंत स्पिन के खिलाफ अपनी विकेटकीपिंग को बेहतर करें.

सूत्र ने बताया, "साहा के स्थान पर पंत को चुनने में कोई बड़ी बात नहीं है. टीम को लगता है कि भारत में जब टेस्ट मैचों की बात आती है तो पंत को अपनी विकेटकीपिंग को बेहतर करने की जरूरत है और इसलिए वह जगह मोरे के साथ काम कर रहे हैं."

मोरे से जब इस बात को लेकर संपर्क किया गया थो उन्होंने इस बात की पुष्टि की लेकिन साथ ही कहा कि यह बीसीसीआई की तरफ से आधिकारिक नियुक्ति नहीं है.

उन्होंने कहा, "हमारा कोई तय कार्यक्रम नहीं है. जब मौका मिलता है हम अभ्यास करते हैं. यह आधिकारिक नहीं है. हम दोनों एक-दूसरे को अच्छे से जानते हैं."

पूर्व मुख्य चयनकर्ता को लगता है कि पंत का रिकार्ड अच्छा है.

उन्होंने कहा, "वह अच्छी विकेटकीपिंग कर रहे थे. मैंने उनमें काफी सुधार देखा है. 11 टेस्ट मैचों में उनके नाम 53 शिकार हैं, यानि हर मैच में लगभग पांच. आप हर दिन खेलते हो हर दिन सीखते हो. वह अच्छा कर रहे हैं. बुनियादी चीजें काफी जरूरी हैं और वह उन पर काम कर रहे हैं."

मोरे से जब पूछा गया कि वह किन चुनिंदा पहलूओं पर पंत के साथ काम कर रहे हैं तो पूर्व विकेटकीपर ने कहा, "हम उनके संतुलन पर और उनके हाथों की स्थिति पर काम कर रहे हैं क्योंकि वह दिमाग अच्छा है और वह चीजों को अच्छी तरह पकड़ते हैं. हमने छोटी-छोटी चीजों पर काम किया है. हाथ और शरीर की स्थिति काफी अहम है और इसमें समय लगता है. आप अनुभव के साथ सीखते हो."

कई लोगों का मानना है कि पंत की विकेटकीपिंग पर अभी बहुत काम होना लेकिन मोरे कुछ अलग राय रखते हैं.

उन्होंने कहा, "वह भारत के लिए पिछले डेढ़ साल से खेल रहे हैं. हर किसी के अपने विचार हैं, लेकिन मेरे लिए वह पूरी तरह से तैयार हैं. आप 11 मैचों के बाद मेरे रिकार्ड को देख सकते हैं. वह शानदार हैं."